Loksabha Elections 2019: क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है, “अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से आम चुनाव हार गए, तब मैं राजनीति छोड़ दूंगा।” रविवार (28 अप्रैल, 2019) को उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी से राष्ट्रवाद सीखना चाहिए, जो कि यूपी के रायबरेली से मौजूदा सांसद हैं। बता दें कि सिद्धू पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में थे, पर अब पंजाब की कांग्रेस सरकार में कबीना मंत्री है।
उन्होंने इसके अलावा बीजेपी के बार-बार लगाए जाने वाले आरोप को भी सिरे से खारिज किया, जिसमें कहा जाता रहा है कि कांग्रेस के कार्यकाल में पिछले 70 सालों में कोई आर्थिक विकास नहीं हुआ। सिद्धू ने इस पर दावा किया कि देश में जो चीजें भी उस समयकाल में बनती थीं, फिर चाहे वे सुई से लेकर एयरक्राफ्ट क्यों न हो, वे चीजें देश में ही बनाई गईं।
कांग्रेस का नेतृत्व करने को लेकर सिद्धू ने आगे सोनिया की तारीफ भी की। कहा कि पति राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया ने कांग्रेस का सही से नेतृत्व किया। यही वजह रही कि केंद्र में 10 सालों तक (2004 से 2014 तक) कांग्रेस रह पाई।
आगे बीजेपी पर हमलावर होते हुए वह बोले- जो भी उनके प्रति वफादार रहा, उसे राष्ट्रवादी माना गया, जबकि जिन्होंने पार्टी छोड़ दी वे उन लोगों के लिए राष्ट्र-विरोधी हो गए।
पूर्व क्रिकेटर यहीं नहीं रुके। राफेल जेट डील को लेकर उन्होंने कहा- आम चुनाव में यही मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हरवाएगा।
यह पूछे जाने पर कि अमेठी में बीजेपी की स्मृति ईरानी से राहुल को कड़ी टक्कर मिलेगी? पंजाब के कबीना मंत्री ने जवाब दिया, “नहीं।” कांग्रेस अध्यक्ष इस सीट के अलावा केरल के वायनाड क्षेत्र (दूसरी सीट) से भी चुनावी मैदान में हैं।
इससे पहले, विवादित बयान को लेकर उन्हें चुनाव आयोग (ईसी) की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। दरअसल, चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन पर ईसी ने सिद्धू के प्रचार पर 72 घंटों तक के लिए रोक लगा दी थी।