Loksabha Elections 2019: भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गौतम गंभीर एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। दिल्ली में बिना इजाजत रैली करने के मामले में उनपर एफआईआर दर्ज हो गई है।  पूर्वी दिल्ली के निर्वाची पदाधिकारी की तरफ से मिली शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई की है। दरअसल, दिल्ली में उन्होंने बगैर इजाजत रैली की थी, जिस पर ईसी ने पूर्वी दिल्ली रिटर्निंग अफसर को बीजेपी नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए कहा था। रिटर्निंग अफसर की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने गौतम गंभीर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।  बता दें कि बीजेपी ने उन्हें पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 37 वर्षीय गंभीर ने 25 अप्रैल को जंगपुरा इलाके में रैली की थी। पर उसके लिए अनुमति नहीं ली गई थी। आयोग ने इसी को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है।

बता दें कि गंभीर लंबे समय से बीजेपी सरकार की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं। हाल ही में वह वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में पार्टी का हिस्सा बने। 2019 में पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से उन्हें महेश गिरी की जगह टिकट मिला है, जबकि कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी (आप) की आतिशी गिरी से उनका सामना होगा।

2014 में इस सीट पर गिरी ने आप नेता राजमोहन गांधी को लगभग एक लाख 90 हजार चार सौ वोटों से मात दी थी। रोचक बात है कि गंभीर दिल्ली के सबसे अमीर चुनावी प्रत्याशियों में से एक हैं। उनकी सालाना आय तकरीबन 12 करोड़ रुपए है। भारतीय टीम के लिए वह 58 टेस्ट और 147 वनडे इंटरनेशनल खेल चुके हैं। पूर्वी दिल्ली सीट के साथ दिल्ली में सभी सात सीटों पर 12 मई को मतदान होगा, जबकि 23 मई को नतीजे आएंगे।

AAP ने दर्ज कराया था गौती के खिलाफ केसः सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने इससे पहले गौतम गंभीर पर दो वोटर आईडी कार्ड रखने का आरोप लगाया था। पार्टी नेता आतिशी ने गौती के दोनों कथित वोटर आईडी कार्ड्स की प्रति भी पोस्ट की थी। साथ ही पोस्ट में लिखा था- गंभीर को वोट दे मताधिकार बर्बाद न करें। जल्द ही वह दो वोटर आईडी रखने पर अयोग्य घोषित किए जाएंगे!’ दिल्ली में इस बार लगभग 164 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिसमें पूर्वी दिल्ली सीट पर कुल 26 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है।

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