Loksabha Elections 2019: आम चुनाव के नतीजों से ऐन पहले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट आ सकता है। सोमवार (20 मई, 2019) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मध्य प्रद्रेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को चिट्ठी लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए कहा है। बीजेपी ने इसके साथ ही दावा किया कि कमलनाथ सरकार के पास बहुमत नहीं है और वह अपने आप ही जल्द गिर जाएगी।
म.प्र में विपक्ष के नेता और बीजेपी प्रवक्ता गोपाल भार्गव ने समाचार एजेंसी एएनआई से इस बारे में कहा, “वह (कमलनाथ सरकार) खुद-ब-खुद गिर जाएगी। मैं हॉर्स ट्रेडिंग में यकीन नहीं रखता, पर मुझे लगता है कि समय आ चुका है और इन लोगों को जल्द ही जाना पड़ेगा।”
भार्गव के मुताबिक, “हम विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को एक चिट्ठी भेज रहे हैं, क्योंकि यहां बहुत सारे मसले हैं।” ‘टाइम्स नाऊ’ से भार्गव ने कहा- यह मुद्दा इसलिए नहीं उठाया जा सका, क्योंकि पूरी पार्टी चुनाव में व्यस्त थी। पर अब हम राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर पूरा ध्यान देंगे और असल मुद्दे उठाएंगे।
वहीं, अंग्रेजी टीवी चैनल को बीजेपी नेता हितेश वाजपेयी ने बताया, “यह एक रात में लिया गया निर्णय नहीं है बल्कि यह लोगों की इच्छा है, क्योंकि 2018 के बाद से राज्य सरकार का गठन होने के बाद से वह ‘ठीक से काम’ नहीं कर रही है।”
बता दें कि 231 सीटों वाली म.प्र विधानसभा में कांग्रेस 114 सीटों संग सत्ता पर काबिज है। कमलनाथ सरकार के पास 114 सदस्यों में चार स्वतंत्र, दो बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और एक समाजवादी पार्टी (सपा) का सदस्य है। वहीं, बीजेपी के खाते में 109 सीटें हैं।
सूबे में बीजेपी की तरफ से यह कदम चुनावी एग्जिट पोल जारी होने के ठीक अगले दिन उठाया गया है। अधिकतर पोल्स में लोकसभा चुनाव में बीजेपी लहर देखने को मिली, जबकि इससे पहले पिछले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल कर बीजेपी से सत्ता छीन ली थी।