Loksabha Elections 2019: “आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था।” मक्कल नीधि मइय्यम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव आयोग (ईसी) से शिकायत की है। बीजेपी ने मांग की है कि हासन पर न केवल बैन लगना चाहिए, बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी किया जाना चाहिए। पार्टी का कहना है, “हासन का बयान चुनावी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। वह इसके जरिए धर्म के नाम पर दो समुदायों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं।”

बता दें कि 19 मई को राज्य की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें अरावाकुरिची भी है, जहां से हासन एमएनएम के उम्मीदवार हैं। दरअसल, रविवार को एक जनसभा में अभिनेता से राजनेता बने हासन ने यह कहकर नया विवाद पैदा किया कि ‘आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू’ था। यह बात उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में कही।

तमिलनाडु बीजेपी इकाई की अध्यक्ष तमिलिसई सौंदर्यराजन ने इसी पर ट्वीट किया, “हासन द्वारा बापू की हत्या का जिक्र कर उसे हिंदू आतंकवाद बताना निंदनीय है।” यह रहा उनका ट्वीटः

वहीं, हिंदू महासभा ने इस मसले पर एमएनएम संस्थापक की पाकिस्तानी कुख्यात आतंकी हाफिज सईद से तुलना कराई है। महासभा के स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि हासन के आदर्श पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना हैं, जो कि भारत के विभाजन के जिम्मेदार थे।

उधर, तमिलनाडु में बीजेपी के घटक दल एआईएडीएमके के नेता केटी राजेंद्र बालाजी ने कहा कि इस आपत्तिजनक बयान के लिए हासन की जीभ काट देनी चाहिए। उनके मुताबिक, “हासन ने यह बयान अल्पसंख्यक वोटों को हासिल करने के लिए दिया है। हम किसी एक व्यक्ति विशेष के आधार पर पूरे समुदाय को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। ईसी को एक्टर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी पार्टी को बैन कर देना चाहिए।”