Loksabha Election Results 2019: आम चुनाव में पंजाब के भीतर कांग्रेस के उम्मीद के अनुसार ढीले प्रदर्शन पर कबीना मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाने पर चर्चा चल रही है। सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बाबत पार्टी आलाकमान राहुल गांधी समेत शीर्ष नेताओं से संपर्क साधा है। वह उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कराना चाहते हैं। सीएम के अलावा सूबे के कुछ मंत्रियों ने भी इस बाबत सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि चुनाव के दौरान सिद्धू की हरकतों की वजह से न केवल सीएम की छवि को नुकसान पहुंचा, बल्कि पार्टी आलाकमान राहुल को भी प्रभाव पड़ा।
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कहा कि वह मंत्रिमंडल सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग बदलना चाहते हैं, क्योंकि वह स्थानीय निकाय विभाग को ठीक से संभाल नहीं पा रहे हैं। गुरुवार को सीएम बोले कि चुनाव में धर्मग्रंथों की बेअदबी पर सिद्धू की टिप्पणी पर वह कांग्रेस आलाकमान से संपर्क साधेंगे। दरअसल, चुनाव से एक दिन पहले सिद्धू ने 2015 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की जांच पर सवाल उठाए थे।
सीएम आगे बोले, “सिद्धू के बयान से ‘‘बठिंडा में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा होगा’’ और चुनाव परिणामों के बाद वह पार्टी आलाकमान से संपर्क करेंगे। कैप्टन ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं सिद्धू का विभाग बदलना चाहता हूं क्योंकि वह अपने विभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री के मुताबिक, पंजाब के शहरी इलाकों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और सिद्धू शहरी विकास मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने विवादास्पद बयान देकर गलती की है। सीएम ने यह भी कहा कि मंत्री इस बात को नहीं समझ पाए कि धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मुद्दे की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था।
सीएम का कहना था कि सिद्धू की पाकिस्तान के सेना प्रमुख से ‘‘यारी और झप्पी’’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और खासकर सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी जिसे आईएसआई समर्थक आतंकवादी निशाना बनाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणामों के परिप्रेक्ष्य में राज्य के मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी।
क्या रहे पंजाब में?: सूबे में कांग्रेस को 13 में से 8, बीजेपी-अकाली दल को चार और आम आदमी पार्टी (आप) को एक सीट हासिल हुई। हालांकि, चुनाव से पहले कांग्रेस का दावा था कि वह पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटें जीतेगी। (भाषा इन्पुट्स के साथ)

