Lok Sabha Election 2019: उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि आयुष्मान भारत कार्ड रहने के बावजूद संजय गांधी अस्पताल में इलाज नहीं किया गया। इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है, “संजय गांधी अस्पताल में ले जाकर मरीज (अपने चाचा) को भर्ती किए। आयुष्मान कार्ड लेकर गए और बोले कि आयुष्मान कार्ड से इलाज कर दीजिए। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस, राहुल जी का है, योगी और मोदी का अस्पताल नहीं है। यहां आयुष्मान कार्ड नहीं चलेगा।”
व्यक्ति ने आगे कहा, “चाचा का 26 तारीख को ही देहांत हो गया। हम आयुष्मान कार्ड पर लिखे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किए थे। वहां से हमें बताया गया कि हेल्पलाइन ऑफिस वहीं है, लेकिन जब पता किए तो ऑफिस की जानकारी नहीं मिली। कोई नहीं बताया। हम अंजान आदमी थे। ज्यादा पढ़े लिखे भी नहीं थे। ये पिछड़ा क्षेत्र है। डॉक्टर सिद्धार्थ ने कहा था कि ये योगी मोदी का सरकार है। ये कांग्रेस-राहुल गांधी का अस्पताल है। संजय गांधी…। यहां कार्ड नहीं चलेगा। हमने कहा कि चाचा मरने की कगार पर है। हमने हाथ-पांव तक जोड़े, लेकिन उन्होंने (डॉक्टर) कहा कि मरीज को लेकर जाओ।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पीएम ने कहा, “अमेठी में एक अस्पताल है, जिसका ट्रस्टी ‘नामदार परिवार’ का एक व्यक्ति है। कुछ दिन पहले एक गरीब व्यक्ति अपने आयुष्मान कार्ड के साथ वहां इलाज करवाने गया था। अस्पताल ने उस व्यक्ति का इलाज करने से मना कर दिया क्योंकि वह मोदी द्वारा दिए गए आयुष्मान भारत कार्ड साथ लेकर आया था।”
इस वीडियो शेयर करते हुए स्मृति ईरानी ने लिखा, “आज मैं निशब्द हूं – कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था। एक ग़रीब को सिर्फ़ इसलिए मरने दिया क्यूंकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था पर अस्पताल राहुल गांधी का था।” वहीं, जेपी नड्डा ने लिखा, “ये घटना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। कोई अस्पताल किसी नेता या मंत्री की बपौती नहीं है, जनता की भलाई के लिए है। हम सब जनता के सेवक है। आयुष्मान भारत योजना मोदी जी ग़रीबों और वंचितो की सेवा के लिए लाए है। राहुल जी इस मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा? दोषी बचेंगे नहीं।”
आज मैं निशब्द हूँ – कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था।
एक ग़रीब को सिर्फ़ इसलिए मरने दिया क्यूँकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था पर अस्पताल राहुल गांधी का था। pic.twitter.com/fSqEpK5A6S
— Chowkidar Smriti Z Irani (@smritiirani) May 5, 2019
वहीं, इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए संजय गांधी हॉस्पीटल, अमेठी के निदेशन एसएम चौधरी ने कहा, “यह एक निराधार आरोप है। हमने अभी तक इस योजना के तहत करीब 200 मरीजों का इलाज किया है। संबंधित मरीज के पास आयुष्मान भारत कार्ड ही नहीं था। इस योजना के तहत बिना कार्ड किसी मरीज को भर्ती नहीं किया जा सकता है।”