Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में लालू परिवार में घमासान मचा हुआ है। लालू यादव के जेल में रहने की वजह से उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव पार्टी की कमान संभाल रहे हैं। टिकट बंटवारे से लेकर गठबंधन करने, हर जगह वे लालू यादव के उत्तराधिकारी के तौर पर नजर आ रहे हैं। वहीं, बड़े बेटे तेज प्रताप यादव राजद के हिस्से में आयी 19 सीटों में से 2 सीट शिवहर तथा जहानाबाद से अपने पसंद के प्रत्याशी को मैदान में उतारना चाह रहे थे, लेकिन उनकी एक न चली। दोनों सीटों पर राजद ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया। सारण सीट से भी तेज प्रताप अपने ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने के पक्ष में नहीं दिखे। उन्होंने कहा, “यह सीट लालू यादव और राबड़ी देवी की सीट है। किसी बाहरी की मजाल कैसे हो गई कि वह यहां से चुनाव लड़ सकता है।” हालांकि, अपने किसी बात को पूरा न होते देख उनकी बौखलाहट बढ़ती जा रही है। कभी तेजस्वी यादव को अपना ‘अर्जुन’ बताने वाले तेज प्रताप ने अब उन्हें इशारों की इशारों में ‘दुर्योधन’ कह डाला।

तेज प्रताप ने रामधारी सिंह दिनकर द्वारा महाभारत के संदर्भ में लिखी हुई काव्य ‘रश्मिरथी’ एक हिस्सा ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष समाज की ले न सका, उलटे हरि को बांधने चला, जो था असाध्य, साधने चला। जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।” उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी कई सारे कमेंट किए हैं। एक यूजर ने लिखा, “भैया श्रीकृष्ण ने भी गीता में कहा है “कलयुग में जब असुरों का राज चरम पर होगा, जब मानवता त्राहिमाम त्राहिमाम करेगी तब मैं समाज का उद्धार करने अवतरित होऊंगा” … आप इसे श्रीकृष्ण की आज्ञा समझ आगे बढिये , सम्पूर्ण भारतवर्ष आपके साथ है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “बात अब हद से आगे बढ़ चली है, पांडवो ने तो 5 गांव मांगे थे, लेकिन तेज भैया ने केवल एक सीट मांगी, वो भी माई के लिए…लेकिन बदले में मिली धमकी…अब इतिहास लिखा जाएगा।”