Election Results 2019: नरेंद्र मोदी सरकार का दूसरा शपथ समारोह 30 मई की शाम हो गया। अरुण जेेेटली, सुषमा स्‍वराज, उमा भारती, राधा मोहन सिंह सहित कई सीनियर नेता इस बार अलग-अलग कारणों से मंत्री नहीं बने हैं। गिरिराज सिंह, राम विलास पासवान सहित कई नेताओं को दूसरा मौका मिला है।  जेटली ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि उनका स्‍वास्‍थ्‍य देखते हुए उन्‍हें मंत्री पद की जिम्‍मेदारी से मुक्‍त रखा जाए।

 

गिरिराज सिंंह को फिर मौका: उनकी छवि कट्टर हिंदू नेता की रही है। पिछली सरकार में मंत्री रहते लगातार उग्र बयान देते रहे थे और सरकार की आलोचना का सबब बनते रहे थे। इसके बावजूद उन्‍हें मौका दिया गया। हालांकि, टिकट बंटवारे के समय गिरिराज की इच्‍छा का ख्‍याल नहीं रख कर पार्टी ने उनकी अनिच्‍छा और शुरुआती विरोध के बावजूद उन्‍हें बेगूसराय से ही चुनाव लड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। वह वहां से कन्‍हैया कुमार को बुरी तरह शिकस्‍त देकर आए। उनकी वापसी का एक कारण यह भी हो सकता है।

Narendra Modi Cabinet Oath Ceremony Live Update

जदयू का किनारा: नीतीश कुमार की पार्टी जदयू एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी (303), शिवसेना (18) के बाद सबसे ज्‍यादा सांसद (16) जदयू के हैं। हालांकि, सौदेबाजी की स्‍थिति में तो कोई पार्टी नहीं है, लेकिन जदयू नेता मानते थे कि वेे कम से कम दो मंत्री पद मांगेंगे। एक कैबिनेट मंत्री का और एक राज्‍य मंत्री का। लेकिन, जब अमित शाह और नीतीश कुमार में चर्चा हुई तो शायद बात बनी नहीं। शायद यही वजह रही कि शपथ से कुछ देर पहले उन्‍होंने ऐलान कर दिया कि वह सांकेतिक रूप से सरकार में भागीदारी नहीं चाहते। मतलब, जदयू सरकार से बाहर रह कर एनडीए में बनी रहेगी।

 

पासवान एक बार फिर: एनडीए की और सहयोगी है लोक जनशक्‍ति पार्टी (लोजपा)। इसके छह सांसद हैं। पार्टी के मुखिया रामविलास पासवान ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था। बताया जाता है कि सीट बंटवारा समझौता के तहत उन्‍हें राज्‍यसभा भेजे जाने का आश्‍वासन दिया गया है। पासवान पिछली सरकार में लोजपा की ओर से इकलौते मंत्री थे। इस बार भी पार्टी को एक से ज्‍यादा सीट मिलने की कोई गुंजायश नहीं है।

पासवान चाहते थे कि उनका बेटा चिराग पासवान मंत्री बने। ऐसे में वह चिराग के कॅरिअर को नई ऊंचाई दिला पाते। बताया जाता है कि बेटे की चाहत है कि पिता एक और टर्म मंत्री बनें। इस पारिवारिक प्‍यार-मोहब्‍बत में अंतत: पिता का नाम तय हुआ। पासवान एक बार फिर मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए।

नकवी मुस्‍लिम चेहरा: खगड़िया से सांसद बने लोजपा के महबूब अली कैसर एनडीए के इकलौते सांसद हैं। उन्‍हेंं मंत्री पद नहीं मिला, लेकिन मुस्‍लिम चेहरे के नाम पर मुख्‍तार अब्‍बास नकवी को जरूर शपथ दिलाई गई।