Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मंगलवार (9 अप्रैल) को वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में कुछ लोग कथित तौर यह दावा करते हुए नजर आ रहे हैं कि नोटबंदी के बाद भाजपा के कुछ नेताओं की मदद से कमीशन की एवज में नोट बदले गए। सिब्बल ने यह दावा भी किया कि नोटबंदी के बाद 15 से लेकर 40 प्रतिशत तक कमीशन की एवज में नोट बदले गए। सिब्बल ने जो वीडियो जारी किया कि इसकी प्रमाणिकता की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है और फिलहाल भाजपा की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह पूछे जाने पर कि वह इस मामले में अदालत जाएंगे तो उन्होंने इससे इनकार किया।
सिब्बल ने कहा कि नोटबंदी के दौरान पुराने नोट को बदलने के लिए अधिकारियों के एक टीम का गठन किया गया था, जिसका नेतृत्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कर रहे थे। इस टीम में विभिन्न विभागों के अधिकारी थे। मंत्रियों और व्यवसायियों के पैसे प्लेन के माध्यम से हिंडन एयरबेस ले जाए गए और वहां से इसे रिजर्व बैंक ले जाया गया। पैसे 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर बदले गए। उन्होंने कहा, “नोटबंदी भारत के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला है। यह दुख की बात है कि हमारी एजेंसी विपक्ष के लोगों की जांच करेगी, लेकिन उन लोगों की नहीं जो सत्त में हैं।” सिब्बल ने अपने बयान के सहारे मध्य प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से चल रहे छापे पर की ओर भी संकेत किया।
कांग्रेस नेता ने नोटबंदी को सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा, ‘‘ पिछलों पांच वर्षों में आपने देखा कि पानी की तरह पैसा बहता है। इसकी झलक इन वीडियो में दिखी है। अगर कोई बैंकर, सरकारी कर्मचारी, सरकार के लोग मिलकर 15 से 40 फीसदी कमीशन कमाएं तो इससे बड़ा कोई अपराध नहीं है। यह राष्ट्रद्रोह है।’’ सिब्बल ने कहा, ‘‘जांच एजेंसियां विपक्षी दलों के नेताओं की जांच करेंगी लेकिन इनके मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की कोई जांच नहीं होगी। ऐसा लगता है कि ईडी, सीबीआई और एनआईए मोदी सरकार के कब्जे में है। अब लोकतंत्र बचाने का काम जनता है।’’ (भाषा इनपुट के साथ)