Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियां मतदाताओं को अपनी ओर गोलबंद करने में जुट गई है। पार्टी कार्यालय में रणनीतियां तय की जा रही है। नेताओं, कार्यकर्ताओं और वॉलंटियर्स को जनता के बीच भेजा जा रहा है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच भी चुनावी जंग शुरू हो चुकी है। भाजपा की नजर झुग्गियों और नई-नई बसी कॉलनियों पर है। भाजपा यह महसूस कर रही है कि झुग्गियों में रहने वाले मतदाताओं के पास दिल्ली की सत्ता की चाबी है। इस वजह से पार्टी ने अपने नेताओं को झुग्गियों में रहकर रिपोर्ट भेजने का फरमान जारी किया है।
आम आदमी पार्टी भी चुनाव को लेकर पूरी तैयारी कर रही है। पार्टी होली के बाद 65 हजार वॉलंटियर्स मैदान में उतारेगी। पार्टी का लक्ष्य 13000 बूथों पर 5-5 वॉलंटियर्स उतारने का है, जो उस क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता के घर जाएंगे। मतदाताओं को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि भाजपा ने 2014 के चुनाव में जीतने भी वादे किए थे, उसे पूरा करने में नाकाम रही। संबंधित क्षेत्र के परिवारों से बातचीत के दौरान बेरोजगारी, राफेल, नोटबंदी, सांप्रदायिक राजनीति इत्यादि की भी मुद्दा उठाएंगे।
आम आदमी पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान बूथ लेवल पर काम करने के लिए वॉलंटियर्स के उत्साह को बढ़ाया था और उसका नतीजा भी देखने को मिला। इस बार के चुनाव में भी पार्टी वॉलंटियर्स को आगे रखने जा रही है। एक वरिष्ठ आप नेता ने कहा, “वॉलंटियर्स मतदाताओं को समझाने का काम करेंगे, खासकर उन्हें जिनकी पहचान भाजपा समर्थक के रूप में है, ताकि वे इस बार भगवा पार्टी को वोट न दें। साथ ही वॉलंटियर्स यह भी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि मतदाताओं को भाजपा के किस काम के बारे में जानकारी है।”
भाजपा की नजर भी स्लम वोटरों पर है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद और दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी कहते हैं कि वे लगातार स्लम क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और वहां रहने वाले लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के प्रयास में है। केंद्रीय मंत्री विजय गोयल कहते हैं कि वे भी अगले कुछ दिनों में झुग्गियों में बैठक करेंगे और नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा करेंगे। भाजपा का सोशल मीडिया और आईटी सेल भी इस कार्य में जुटा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीबों के विकास के लिए लागू की गई योजनाओं का लाभ लोगों को कैसे मिल रहा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए छोटे-छोटे वीडियो तैयार किए गए। यह वीडियो जल्द ही जारी किए जाएंगे और वाट्सएप के माध्यम से झुग्गियों में रहने वाले लोगों के बीच शेयर किया जाएगा।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, राजधानी दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 28 सीटों पर झुग्गियों में रहने वाले लोगों के पास निर्णायक वोट है। वहीं, 36 विधानसभा क्षेत्रों में उनका वोट किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को बढ़त दिला सकता है। 2015 के विधानसभा चुनाव में झुग्गियों में रहने वाले लोगों का 95 प्रतिशत वोट आम आदमी पार्टी को मिला था। भाजपा नेता यह भी दावा करते हैं कि निम्न मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के एक बड़े तबके ने 2015 चुनाव में ‘आप’ को वोट दिया था, अब उनका मोहभंग हो चुका है। हालांकि, झुग्गियों के वोट पर उनका पकड़ बना हुआ है।
दिल्ली बीजेपी आई और सोशल मीडिया हेड प्रत्यूष कांत कहते हैं, “पिछले कुछ महीनों में हमने काफी बड़े क्षेत्र पर पकड़ मजबूत की है और स्लम क्षेत्र में काम भी किया है। इसके बावजूद अगले कुछ दिनों में हम पूरी तरह स्लम क्षेत्र पर ही अपना ध्यान केंद्रित करने वाले हैं। हम काफी संख्या में उन लोगों की पहचान की है, जिन्हें मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है। हम पूरे स्लम क्षेत्र में उन लोगों की कहानी का वीडियो शेयर करेंगे। जब स्लम के लोग यह देखेंगे कि मोदी सरकार की योजनाओं से कैसे उनके पड़ोसी की जिंदगी में बदलाव आया है, तो वे भी प्रभावित होंग।” इन सब के साथ भाजपा ने अपने नेताओं को फरमान जारी करते हुए स्लम में रहने और उनकी समस्याओं को समझ पार्टी मुख्यालय को रिपोर्ट करने को कहा है।

