Lok Sabha Election 2019: बिहार के नवादा लोकसभा क्षेत्र से सांसद और बेगूसराय सीट से भाजपा प्रत्याशी गिरिराज सिंह ने शनिवार (13 अप्रैल) को समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को चुनौती दी। गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, “आजम खान ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को गाली दिया। अब हमारे भगवान को गाली दे रहा है। बेगूसराय का चुनाव खत्म होने के बाद रामपुर आके हम बताएंगे कि बजरंगबली क्या हैं?” दरअसल, एक सभा में आजम खान ने कहा, “बजरंग अली, तोड़ दो दुश्मन की नली। बजरंग अली ले लो जालिमों की बली। ले लो बली, बजरंग अली, बजरंग अली…।” आजम खान ने ‘बजरंल बली’ की जगह ‘बलरंग अली’ का नाम लिया।

लोकसभा चुनाव में ‘बजरंग बली’ की एंट्री तब हुई थी, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ की एक जनसभा में बसपा प्रमुख मायावती के भाषण की ओर इशारा करते हुए कहा था, “अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंग बली पर विश्वास है।” मायावती ने देवबंद में अपने भाषण में मुस्लिमों से सपा-गठबंधन को वोट देने की अपील की थी और कहा था, “कांग्रेस में भाजपा को हारने की क्षमता नहीं है, इसलिए वे सपा-बसपा को वोट दें।”

सीएम योगी द्वारा बजरंग बली और अली के उपर टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। आयोग ने प्रथम दृष्टया धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर यह नोटिस भेजा था। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने मुख्य चुनाव अधिकारी को अपना जवाब सौंपा था। मायवती को भी इस बाबत नोटिस भेजा गया था और उन्होंने अपना जवाब दिल्ली में चुनाव आयोग को भेजा था। मायावती को नोटिस ‘अपने भाषण में मुसलमानों से पार्टी विशेष को वोट नहीं देने की अपील’ की वजह से जारी किया गया था।

वहीं, रामनवमी के अवसर पर मायावती ने बयान जारी कर देश और उत्तर प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ”रामनवमी की देश व प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनायें तथा उनके जीवन में सुख व शान्ति की कुदरत से प्रार्थना।” उन्होंने साथ ही कहा, ”ऐसे समय में जब लोग श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कर रहे हैं, तब चुनावी स्वार्थ हेतु बजरंग बली व अली का विवाद व टकराव पैदा करने वाली सत्ताधारी ताकतों से सावधान रहना है।” (एजेंसी इनपुट के साथ)