Lok Sabha Election 2019: दलित संगठन भीम आर्मी ने समुदाय के सदस्यों से सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद के लिए वोट देने को कहा है। उनके इस ऐलान से बसपा-सपा-रालोद गठबंधन को झटका लग सकता है। कुछ दिन पहले ही बसपा अध्यक्ष मायावती ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद को भाजपा का ‘एजेंट’ करार दिया था और उन पर दलित वोटों को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। सोमवार की देर रात भीम आर्मी ने मसूद को समर्थन देने का ऐलान किया। मसूद 2014 में सुर्खियों में रहे थे जब उन्होंने नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया था। इमरान मसूद का एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में वे एनडीए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की बोटी-बोटी काटने की धमकी देते दिख रहे थे।
बसपा-सपा-रालोद गठबंधन ने सहारनपुर से फैजुल रहमान को उम्मीदवार बनाया है। यहां से भाजपा सांसद राघव लखनपाल दोबारा सांसद बनने की मशक्कत में लगे हैं। देवबंद में रविवार को एक संयुक्त रैली में मायावती ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि रहमान को एकजुट होकर वोट दें और उनका वोट बंटना नहीं चाहिए।
भीम आर्मी के एक नेता ने आरोप लगाया कि बसपा-सपा कार्यकर्ताओं ने रैली में चंद्रशेखर की तस्वीर लेकर आये कुछ दलितों के साथ मारपीट की और उनके पोस्टर फाड़ दिये। उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई भीम आर्मी के समर्थन में नहीं आया, तब मसूद ने उसकी मदद की थी।’’ वह मई 2017 में सहारनपुर में हुए जातीय संघर्ष के बाद दलित संगठन के सदस्यों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों का जिक्र कर रहे थे। बता दें कि कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पिछले महीने मेरठ के एक अस्पताल में चंद्रशेखर से मुलाकात की थी।
गौरतलब हो कि दो दिन पहले सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद द्वारा वर्ष 2014 में अपने खिलाफ दिये गये ”बोटी काट देंगे” वाले बयान की याद दिलाते हुए कहा था, ”यहां तो बोटी—बोटी करने वाले लोग शहजादे (कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी) के बड़े चहेते हैं। उन पर उन्हें ज्यादा ही प्यार आता है। याद रखियेगा वो बोटी बोटी की धमकी देने वाले लोग हैं और हम बेटी बेटी को सुरक्षा और सम्मान देने वाले लोग हैं। मैं मुस्लिम बेटियों से कहना चाहता हूं कि कांग्रेस, सपा, बसपा के राज में मुस्लिम महिलाओं का शोषण जारी रहेगा। ये तीन तलाक के खिलाफ कानून को भी अनुमति नहीं देंगे। और हम जो अध्यादेश लाएं हैं उसे पारित नहीं होने देंगे।”