Lok Sabha Election 2019: तेलंगाना के हैदाराबाद में कांग्रेस और भाजपा की निंदा करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार (2 अप्रैल) को कहा कि उनकी पार्टी निर्वाचन क्षेत्र की जनसांख्यिकीय संरचना के हिसाब से नहीं बल्कि काम के आधार पर चुनाव लड़ती है। एमआईएमआईएम प्रमुख ने केरल की वायनाड सीट पर अलग अलग समुदायों की जनसंख्या को लेकर जारी चर्चा के संदर्भ में यह बात कही। इस सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘इसने (एआईएमआईएम) स्कूल, कॉलेज और बस्ती दवाखाने बनवाए। पार्टी अपनी उन हिन्दू बहनों के साथ खड़ी हुई जो बिना तलाक त्यागे जाने की क्रूर सामाजिक समस्या से पीड़ित हैं।’’ हैदराबाद से दोबारा चुनाव मैदान में उतरे ओवैसी ने कहा, ‘‘उनकी पार्टी (मजलिस) पांच साल के अपने रिकार्ड पर चुनाव लड़ती है, वाराणसी या वायनाड की आबादी के हिसाब से नहीं।’’ वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से चर्चा में आये इस इलाके की असरदार पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएलएल) के एक वरिष्ठ नेता सैयद मुनव्वर अली शिहाब थंगल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोषारोपण करते हुये कहा कि वे धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं और वह देखेंगे कि सभी भारतीय एक हैं। केरल के इस पहाड़ी इलाके वायनाड की सीमाएं तमिलनाडु से मिलती हैं और इस इलाके को ‘अनेकता में एकता’ के रूप में देखा जाता है।
थंगल ने कहा, ‘‘हम ऐसे बयान की प्रधानमंत्री से अपेक्षा नहीं करते।’’ गौरतलब है कि मोदी ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस ऐसे संसदीय क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारने से डर रही है जहां बहुसंख्यक समुदाय के मतदाताओं का प्रभुत्व है। वर्धा में आयोजित इस रैली में मोदी ने गांधी का नाम नहीं लिया। वायनाड में मुसलमानों और ईसाइयों की अच्छी खासी आबादी है। उन्होंने कहा कि गांधी के वायनाड से नामांकन पत्र भरने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं सहित संप्रग के अन्य दलों में आत्मविश्वास आ गया है। थंगल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने ऐसा बचकाना बयान दिया है, जिसका मकसद लोगों को चुनाव से पहले धर्म के आधार पर बांटना है। प्रधानमंत्री को इस देश के लोगों को एक देखना चाहिये। हम सभी भारतीय हैं।’’