Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी रैली की समाप्ति के दौरान ‘वन्दे-मातरम’ का नारा लगाते रहे और मंच पर बैठे नीतीश कुमार खामोशी से मुस्कुराते रहे। वहीं, मंच पर मौजूद भाजपा तथा सहयोगी दलों के अन्य नेताओं ने नरेंद्र मोदी का साथ देते हुए ‘वन्दे मातरम’ का नारा लगाया। अब नीतीश कुमार की ‘खामोशी’ पर सियासत शुरू हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तंज करते हुए कहा, “क्या संघी और भक्त नीतीश कुमार को ‘एंटी-नेशनल’ कहेंगे और भारत में रहना है तो …बोलना”।
यह घटना बिहार के मुजफ्फरपुर की है। पीएम मोदी ने मंगलवार (30 अप्रैल) को मुजफ्फरपुर में एक जनसभा को संबोधित किया था। इसमें मंच पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, एनडीए की सहयोगी पार्टी लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान सहित अन्य नेता मौजूद थे।
Will Sanghis & Bhakts call @NitishKumar Anti National & say Bharat mein Rahnaa hai to …… bolna https://t.co/IyOFvzK96L
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 1, 2019
सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो वायरल हो रहा है। एक यूजर @DilliDurAst ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “नीतीश कुमार का उत्साह देखने लायक है।” @AnupBagchi ने लिखा, “ना इधर का ना उधर का, लटक गए बीच में पेंडुलम जैसा हिलते-हिलते।” @AbdulSa72285301 ने लिखा, “बीजेपी अब नितीश को बोले देशद्रोही।” @drashu11 लिखते हैं, “वन्देमातरम के समय भी इतने मायूस और खोये खोये से लग रहे हैं। क्या राष्ट्रवादी इनको एनडीए से बाहर करेंगे या 1925 से चल रही सुविधाजनक सांस्कृतिक परियोजना के अनुसार इनको बनाये रखेंगे? कोई गैर एनडीए नेता होता तो अब तक राष्ट्रद्रोही साबित कर समझौता एक्सप्रेस में बिठा दिया जाता।”
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर राष्ट्रीय सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, “विपक्ष महामिलावटी है और इसके पर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए न तो नीति है, न हीं नीयत। राजग सरकार का राष्ट्र रक्षा का इरादा मजबूत है। जहां भी आतंक व हिंसा की फैक्ट्री होगी, हम घुसकर मारेंगे। पहले देश में जगह-जगह धमाके होते थे, आज सब बंद हो चुके हैं।” पीएम ने अपने पार्टी और सहयोगी दल के नेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि आज नीतीश कुमार, सुशील मोदी और रामविलास पासवान सहित अन्य राजग नेताओं के अथक प्रयास की वजह से बिहार ने काफी मुश्किल से अपने पुराने दौर को पीछे छोड़ा है। विपक्ष बिहार में फिर से लूट-पाट, अपहरण और हत्या के दिन वापस लाना चाहते हैं।