Loksabha election 20019: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट पर 2008 मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा ने अपने इस निर्णय से सभी को चौंका दिया। वह 9 वर्षों तक जेल में रहीं हैं। हालांकि एनआईए ने उन्हें सबूतों के अभाव में क्लीनचिट दे रखी है। साध्वी की उम्मीदवारी पर भाजपा के सहयोगी दलों ने कुछ खास प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन शिवसेना भाजपा के इस फैसले के साथ खड़ी दिख रही है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा है कि ‘हम साध्वी की उम्मीदवार का समर्थन करते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि वह मालेगांव ब्लास्ट केस की आरोपी हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें ‘इसका फैसला जनता पर छोड़ दीजिए।’ बता दें कि साध्वी प्रज्ञा कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी भाजपा के सहयोगी दल इसलिए भी खुलकर नहीं बोल रहे शायद उन्हें इसका विपरीत असर देखने को मिल सकता है। एनडीए गठबंधन के एक सीनियर नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि ‘कभी-कभी शांत रहकर भी संदेश पहुंच जाता है।’ वहीं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा ‘मैं इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहता।’ इसके अलावा लोक जनशक्ति पर्टी, शिरोमणि अकाली दल ने भी कोई प्रतिक्रिया देने से साफ इनकार कर दिया।
बता दें कि जमानत पर जेल से बाहर आईं साध्वी प्रज्ञा 2008 में मालेगांव में हुए ब्लास्ट के मामले में वर्तमान में केस का सामना कर रही हैं। महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितम्बर 2008 को बम ब्लास्ट हुआ था। उस धमाके में 6 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मालूम हो कि भोपाल लोकसभा सीट पर 1989 से लगातार भाजपा की जीत हुई है। जबकि 1967-1971 तक जनसंघ के जगन्नाथ राव जोशी यहां से सांसद रह चुके हैं। हालांकि बीते साल मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। जबकि राज्य में भाजपा और आरएसएस एक मजबूत संगठन है। ऐसे में भोपाल सीट से भाजपा साध्वी प्रज्ञा के जरिए हिंदुत्व का संदेश फैलाना चाहेगी।