Lok Sabha Electons 2019: मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने तेलंगाना के लिए 26,820 बैलट यूनिट, 2,240 कंट्रोल यूनिट और थर्ड जनरेशन (M3) EVMs की 2,600 वीवीपैट्स की आपूर्ति के लिए चुनाव आयोग से तत्काल ऑर्डर जारी किए हैं। चुनाव आयोग को निजामाबाद संसदीय सीट से चुनाव कराने में खासी मुश्किल का सामना करना पड़ा है। यहां से मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और वर्तमान सांसद के. कविता चुनावी मैदान में हैं। दरअसल पुरानी एम2 ईवीएम में केवल 64 उम्मीदवारों के नामों को जोड़ा जा सकता है। मगर निजामाबाद सीट से 185 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। आम चुनाव में निजामाबाद देश की इकलौती ऐसी सीट है जहां इतने उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। हालांकि राज्य की बाकी 16 सीटों पर 258 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बता दें कि नई एम3 ईवीएण में 24 बैलट यूनिट को जोड़ा जा सकता है और इसमें 384 उम्मीदवार जुड़ सकते हैं।
सोमवार (1 मार्च, 2019) को चुनाव आयोग ने डिप्टी इलेक्शन कमिश्नवर उमेश सिन्हा के नेतृत्व में तीन अधिकारियों की एक टीम चुनावी तैयारियों का मुआयना करने के लिए निजामाबाद भेजा। मौजूदा सांसद कविता के खिलाफ पूर्व कांग्रेस सांसद मधु याक्षी गौड़, भाजपा के धर्मपुरी अरविंद के अलावा 179 निर्दलीय किसान चुनावी मैदान में हैं। इसके साथ ही एक बीएसपी उम्मीदवार और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी पर्चा भरा है। इसके चलते चुनाव आयोग ने एम 3 ईवीएम से मतदान कराने का फैसला लिया है।
जानना चाहिए कि एक सीट से सबसे अधिक उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड भी तेलंगाना के नलगोंडा संसदीय क्षेत्र के नाम है। साल 1996 में यहां से 480 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था। चुनाव आयोग को उस दौरान 50 पेज बैलेट पेपर्स की जरुरत पड़ी थी। उसी साल, तमिलनाडु में विधानसभा चुनावों में, 1,016 किसानों ने मोदकुरूची सीट से चुनाव लड़ा था।
निजामाबाद में किसान उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच से पता चलता है कि उनके पास 2 से 5 पांच एकड़ के बीच जमीन के अलावा 3 से 4 लाख रुपए से कम की राशि बैंक में जमा है। साथ ही 5-6 लाख रुपए की अन्य परिसंपत्तियां हैं। वहीं कविता ने, जिन्होंने कांग्रेस और भाजपा का समर्थन होने का दावा किया है, ने दोनों दलों पर किसानों को उकसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि निजामाबाद के मतदाता उन्हें सबक सिखाएंगे।