उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को लेकर कन्फ़्यूजन के बाद अब मुहीबुल्लाह नदवी का नाम तय हो गया है। वह आज नामांकन भरेंगे। रामपुर सीट आजम खान के नाम से जानी जाती है। फिलहाल आजम खान अक्टूबर 2023 से जेल में बंद हैं। पिछले हफ्ते सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जेल में उनसे मुलाकात की थी। सपा सूत्रों ने कहा कि आजम खान ने अखिलेश से खुद रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा था।
बरकरार था सस्पेंस
रामपुर लोकसभा से कौन सपा के टिकट पर चुनाव इस सवाल पर सस्पेंस बरकरार था। अब मुहीबुल्लाह नदवी का नाम तय हो गया है। वह राजधानी दिल्ली में मौजूद पार्लियामेंट स्ट्रीट की जामा मस्जिद के इमाम हैं।
एक खबर यह भी थी कि समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष आसिम राजा ने भी नामांकन फॉर्म खरीद लिए थे। अखिलेश के चचेरे भाई तेजप्रताप के भी इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाएं थीं। जबकि रामपुर में एक धड़ा यह चाहता है कि खुद अखिलेश यादव यहां से चुनाव लड़ें।
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आजम खान का रहा है दबदबा
लोकसभा चुनाव- 2019 में रामपुर से आजम खान ने जीत दर्ज की थी। लेकिन विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी ने यहां से जीते थे। सपा ने उनके सामने आसिम रज़ा को उम्मीदवार बनाया था। इस बार भी भाजपा ने घनश्याम लोधी को ही रामपुर से टिकट दिया है। अब उनका मुकाबला मुहीबुल्लाह नदवी से होगा।
बात अगर रामपुर लोकसभा की करें तो यहां 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें सुआर, चमरौआ, बिलासपुर, रामपुर और मिलक शामिल है। रामपुर में 50.57 प्रातिशत मुस्लिम आबादी है। जबकि 45.97 हिन्दू हैं। 2014 के चुनाव में इस सीट से बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। तब नेपाल सिंह सांसद बनकर इस सीट से लोकसभा पहुंचे थे। 2009 में इस सीट से सपा ने जीत दर्ज की थी।