इंडिया गठबंधन में शामिल दो बड़े दल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है। पंजाब में जहां कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी से दोनों दलों के बीच बवाल की वजह बनी हुई है तो वहीं देश की राजधानी नई दिल्ली में कांग्रेस ने AAP के 20 से ज्यादा नेताओं को अपने खेमे में शामिल कर अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका दिया है।

कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि आने वाले दिनों में और भी लोगों के कांग्रेस में शामिल होने की उम्मीद है। दिल्ली कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि दिल्ली कांग्रेस के पूर्व सचिवों कुलदीप भाटी और योगेन्द्र भाटी तथा पूर्व प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र कुमार समेत 20 से अधिक लोग आम आदमी पार्टी छोड़ कर वापस कांग्रेस में शामिल हो गए है।

कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने पहले पार्टी छोड़ चुके नेताओं और कार्यकर्ताओं से पार्टी में लौटने का आह्वान किया था। पार्टी में लौटे पदाधिकारियों के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक लोगों के पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है।

‘गठबंधन का फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा’

यह पूछे जाने पर कि क्या इस कदम से विपक्षी गठबंधन INDIA के समीकरण पर असर पड़ेगा, वरिष्ठ नेता ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में खुद को मजबूत करने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा, “गठबंधन पर निर्णय पार्टी आलाकमान लेगा और हम उसका पालन करेंगे।”

उन्होंने बताया कि एक राजनीतिक दल के रूप में, हमें खुद को मजबूत करने और नया रूप देने के लिए कदम उठाने चाहिए और हम ऐसा करना जारी रखेंगे। वहीं, लवली ने आरोप लगाया कि BJP और AAP दोनों ने राष्ट्रीय राजधानी में विकास कार्य को रोक दिया है।

उन्होंने कहा, “BJP और AAP के बीच लड़ाई के कारण कई प्रमुख विकास परियोजनाएं ठंडे बस्ते में डाल दी गई हैं। BJP का एजेंडा समाज में नफरत और दुश्मनी पैदा करना है।” लवली ने आरोप लगाया, “दूसरी ओर AAP सभी विकास कार्यों को रोकने के लिए BJP को दोषी ठहराकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।” (इनपुट – भाषा)