सर्वेश कुमार
लोकसभा चुनाव में पश्चिमी दिल्ली सीट पर कांग्रेस से पूर्व सांसद महाबल मिश्रा और भाजपा से पूर्व महापौर कमलजीत सेहरावत आमने-सामने हैं। महाबल आप से उम्मीदवार हैं जबकि कमलजीत भाजपा से। पूर्वांचल के मतदाताओं के बीच मजबूत पैठ रखने वाले महाबल के पुत्र विनय मिश्रा आप से विधायक है।
कांग्रेस के सांसद तक का सफर तय कर चुके महाबल गठबंधन के तहत चुनाव लड़े रहे हैं। भाजपा ने इस सीट पर मौजूदा सांसद प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत को चुनाव में मौका दिया है। एक सशक्त महिला नेता, पूर्व मेयर के अलावा टिकट देने में जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
भाजपा ने अब तक घोषित पांच सीटों में से कुछ पर चेहरे भी बदले हैं। इस बदलाव की बदौलत तीसरी बार भी सभी सीटों पर जीत के लिए भाजपा ने नया दांव खेल दिया है। जानकारों का कहना है कि पूर्व मेयर और पार्टी में अलग अलग पदों पर कमलजीत सेहरावत के बेहतरीन प्रदर्शन और देखते हुए भाजपा ने उन्हें चुनाव में उतारा है। पश्चिमी दिल्ली सीट इसलिए अधिक चर्चा में है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके साहिब सिंह वर्मा के पुत्र और दो बार सांसद रह चुके प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत को मौका दिया है।
महाबल मिश्रा ने कांग्रेस पार्षद के तौर पर अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। इसके बाद विधायक से लेकर फिर सांसद तक का सफर तय किया। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनके पुत्र विनय मिश्रा के आप में शामिल होने के बाद महाबल मिश्रा भी 2022 में आप में शामिल हो गए। इस बार वे पश्चिमी दिल्ली से अपनी ताकत दिखाएंगे। इस सीट को पूर्वांचली बहुल माना जाता है। यहां15 फीसद फीसद जाट मतदाताओं के अलावा दूसरे राज्यों से दिल्ली में बसी मिश्रित आबादी है।
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार कमलजीत पहली बार लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमाएंगी। पार्टी की दिल्ली प्रदेश में महामंत्री होने सहित प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्षा समेत दक्षिणी दिल्ली, नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं। द्वारका बी से दूसरी बार पार्षद चुनी गई हैं और संगठन में कई पदों पर रह चुकी हैं। कमलजीत को इस सीट से उतारते हुए जाट मतदाताओं के समीकरण को ध्यान में रखा गया है।