गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सी आर पाटिल ने शुक्रवार को अहमदाबाद में कहा कि लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतने के कांग्रेस के 1984 के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करनी होगी।

पाटिल ने साबरमती रिवरफ्रंट पर एक बूथ-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद बने माहौल के लाभ के कारण कांग्रेस 403 सीटें (लोकसभा में) जीत सकी। इस बार हमें ये रिकॉर्ड तोड़ना है। मुझे विश्वास है कि आप यह कर सकते हैं। इसके लिए एकमात्र जरूरत मेरी बनाई प्रणाली का पालन करने की है।”

पाटिल ने गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें पांच लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा है। हाल ही में अपने उस बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पास चुनाव जीतने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं है, पाटिल ने कहा, “हमारा आत्मविश्वास ऊंचा है। लेकिन अगर कार्यकर्ता यह सोचकर पार्टी अध्यक्ष पर भरोसा कर बैठे रहेंगे कि उनके पास जादू की छड़ी है और उन्हें कुछ करने की जरूरत नहीं है और लीड पक्की हो जाएगी, तो क्या इससे नुकसान नहीं होगा? क्या मुझे यह बताने की जरूरत है कि जो भी जादू की छड़ी है, वह आपके (पार्टी कार्यकर्ताओं के) हाथ में है?”

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह पक्का करने को भी कहा कि वे 2022 के विधानसभा चुनावों में की गई गलतियों को न दोहराएं जब बीजेपी मामूली अंतर से 26 सीटें हार गई थी। 2022 के विधानसभा चुनावों में रिकॉर्ड 156 सीटें पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को श्रेय देते हुए पाटिल ने कहा कि लोगों ने उम्मीदवारों के बारे में अपनी व्यक्तिगत पसंद या नापसंद को अलग रखते हुए पीएम मोदी को विजयी बनाने के इरादे से बीजेपी उम्मीदवारों को वोट दिया।