Dimple Yadav Biography in Hindi: समाजवादी पार्टी के सर्वेसर्वा और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। सपा ने इस बार डिंपल यादव को मैनपुरी की सीट (Mainpuri Lok Sabha Seat) से ही टिकट दिया हैं। हालांकि इस सीट से बीजेपी ने अभी अपने प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं किया है।
डिंपल यादव के सियासी सफर की बात करें तो उनका कहना है कि वह राममनोहर लोहिया को अपना आदर्श मानती है। उन्होंने अपना पहला चुनाव हारा था। अखिलेश यादव ने 2009 में दो सीटों से चुनाव लड़ा था और जीतने के बाद फिरोजाबाद सीट छोड़ दी थी। ऐसे में इस सीट पर डिंपल चुनाव लड़ीं थी लेकिन हार गई थीं। उन्हें उस दौरान कांग्रेस नेता राज बब्बर ने हराया था।
इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें कन्नौज से सुब्रत पाठक ने हरा दिया था। साल 2022 में उनके ससुर के देहांत के उपरांत 2022 में मैनपुरी सीट पर हुए उपचुनाव में BJP प्रत्याशी को हराकर डिंपल संसद पहुंच गईं थीं।ॉ
2019 में एकतरफा साबित हुआ था मुकाबला
बता दें कि 2012 में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जब अखिलेश यूपी के सीएम बने थे, तो डिंपल ने कन्नौज से उपचुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। 2014 में उन्हें इसी सीट से फिर जीत मिली थी। हालांकि इस चुनाव में उन्हें बीजेपी प्रत्याशी ने कड़ी टक्कर दी थी। 2019 के लोकसभा चुनावों में डिंपल सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की तरफ से मजबूत दावेदारी पेश कर रही थीं लेकिन फिर भी बीजेपी ने यहां एकतरफा जीत दर्ज की थी।
अखिलेश यादव से हुई थी लव मैरिज
डिंपल का शुरुआती जीवन की बात करें तो उनका जन्म 15 जनवरी 1978 को पुणे में हुआ और उनके पिता आर्मी में थे, उनके ट्रांसफर की वजह से डिंपल की पढ़ाई कई राज्यों में हुई। 1999 में उनकी और अखिलेश यादव की शादी हुई। हालांकि इस शादी के लिए शुरुआत में अखिलेश के पिता मुलायम राजी नहीं थे लेकिन बाद में वह मान गए और इस तरह डिंपल और अखिलेश की लव मैरिज हुई थी।
समाजवादी पार्टी ने अब एक बार फिर डिंपल यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। अब यह देखना अहम होगा कि क्या इस बार डिंपल जीत हासिल करती हैं, या फिर बीजेपी पॉपुलर नेता उतारकर डिंपल के संसद जाने में रोड़ा पैदा करने का प्रयास करती है।