लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है और एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम को केरल की मलप्पुरम सीट से मैदान में उतारा है। अब्दुल सलाम कालीकट विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे हैं।

मुस्लिम बहुल मलप्पुरम सीट पर उनका मुकाबला इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के ईटी मुहम्मद बशीर और सीपीआई (एम) के वी वासिफ से होगा। ऐसा माना जा रहा है कि यह मुकाबला काफी दिलचस्प होगा क्योंकि बीजेपी उम्मीदवार अब्दुल सलाम लंबे वक्त से इस सीट पर बीजेपी का प्रचार करते रहे हैं।

कौन है अब्दुल सलाम?

बीजेपी के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम एक प्रतिष्ठित कृषि वैज्ञानिक है और 2019 से बीजेपी के साथ जुड़े हुए हैं। उम्मीदवार बनाए जाने पर अब्दुल सलाम ने कहा कि वह भाजपा की पहली लिस्ट में शामिल होने वाले एकमात्र मुस्लिम होने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने समाचारों से अपनी उम्मीदवारी के बारे में सुना। मलप्पुरम में पार्टी मेरा समर्थन कर रही है और मेरे लिए कड़ी मेहनत कर रही है, यह मेरे लिए खुशी की बात है।”

केरल में हुए 2021 के विधानसभा चुनावों में अबुदल सलाम ने तिरूर से IUML के कुरुक्कोली मोइदीन (Kurukkoli Moideen) से चुनाव लड़ा और हार गए थे। मलप्पुरम लोकसभा आम चुनावों और विधानसभा दोनों चुनावों में IUML का गढ़ रहा है, पिछली बार भाजपा के एपी अब्दुल्लाकुट्टी यहां तीसरे स्थान पर रहे थे।

अब्दुल सलाम ने 15 देशों में एक वैज्ञानिक और सलाहकार के तौर पर काम किया है लेकिन कालीकट विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर उनका कार्यकाल उतार-चढ़ाव वाला रहा। उन्हें विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा था। 2014 में हुए एक मामले में उनके कुलपति शासन के दौरान उन्हें महिला विरोधी भी कहा गया और वह अभी भी जमीन हड़पने जैसे कई मामलों का सामना कर रहे हैं। लेकिन वह कहते हैं कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अब्दुल सलाम ने कहा कि वह आईयूएमएल या सीपीआई (एम) के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा, “मेरा काम गरीब, निर्दोष मुसलमानों को नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ झूठे प्रचार का एहसास कराना है।