Lok Sabha Elections 2019: एक-एक इंच से लड़ी जा रही कड़ी चुनावी लड़ाई में भाजपा पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपना साल 2014 का प्रदर्शन दोहराने के लिए बूध मैनेजमेंट लेवल पर कड़ी मेहनत कर रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश की 14 और 13 सीटों पर क्रमश: 12 और 19 मई को लोकसभा चुनाव के आखिरी दो चरणों में मतदान होना है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सहयोगी अपना दल के साथ मिलकर लगभग सभी सीटों को जीत लिया था। हालांकि इस बार चुनाव पिछले चुनाव जितने आसान नहीं है। राज्य में भाजपा में एक टॉप लीडर ने इस बात को स्वीकारते हुए कहा कि बीएसपी-एसपी-आरएलडी गठबंधन ने चुनाव को असली लड़ाई बना दिया है और राज्य में उनके सामने बड़ी चुनौती पेश की है। भाजपा नेता ने कहा कि आखिरी 48 घंटे का बूथ प्रबंधन, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘सद्भावना’ को वोट में बदलने के लिए मील का पत्थर साबित होगा और अंतिम चरणों के मतदान में यह महत्वपूर्ण साबित होगा।
भाजपा नेता ने बताया कि पार्टी एक प्रक्रिया के रूप में 48 घंटे के बूथ प्रबंधन को देखती है जिसमें पार्टी कार्यकर्ता चुनाव प्रचार और मतदान पर ध्यान केंद्रित करते हैं। जिसमें हर एक पार्टी कार्यकर्ता को कागज की एक शीट (परिवार पर्ची) सौंपी जाएगी। उसमें कार्यकर्ता की हद में आने वाले इलाकों में परिवार के मुखिया और इलाके का नाम होगा। इसमें पार्टी कार्यकर्ता को मतदान के दिन मतदान के बारे में याद दिलाने के लिए परिवारों से संपर्क करना होगा। इसके एक हिस्से के रूप में, पार्टी कार्यकर्ता इन लोगों को बुलाएगा और सोशल मीडिया के जरिए भी उनके संपर्क में रहेगा।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आकलन के मुताबिक राज्य में 60 फीसदी जमीनी समर्थन भाजपा और नरेंद्र मोदी के पास है। और इस समर्थन को वोटों में बदलने के लिए “मतदाताओं को बूथ पर कैसे लाया जाए” आखिर में यह मायने रखेगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व को लगता है कि ऐसे परिदृश्य में जहां जीत का अंतर कम हो सकता है, वहां जमीनी समर्थन को वोटों में बदलने में पार्टी की संगठनात्मक ताकत सबसे ज्यादा मायने रखती है।
उन्होंने कहा कि यूपी में मजबूती से लड़े गए चुनाव ने इस बात को सामने ला दिया है कि इस नेता (मोदी) को ‘नया’ भाजपा कहा जाता है। यह अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी वाली भाजपा नहीं है। मोदी और अमित शाह दोनों के पास चुनाव के लिए बहुत अलग दृष्टिकोण है। दोनों युद्ध की तरह हर लड़ाई लड़ते हैं। वो कुछ भी नहीं छोड़ते हैं और अंतिम क्षण तक हार नहीं मानते हैं। उनके लिए हर एक इंच पर लड़ाई महत्वूपूर्ण है। भाजपा नेता ने कहा कि दोनों नेताओं ने भाजपा में नया मनोभाव पैदा किया है। और नया माहौल सिर्फ कामयाबी देखने के लिए है।
भाजपा नेता ने दावा किया अमित शाह सहित बीजेपी नेताओं की एक टॉप टीम यूपी की गतिविधियों पर नजरें बनाए हुए है। उन्होंने कहा, ‘जब चुनाव अभियान शुरू हुआ, तो पार्टी ने 30 सीटों पर (कुछ जीत को देखते हुए) शुरुआत की थी, क्योंकि हम (सपा-बसपा) गठबंधन की वजह से उत्पन्न चुनौतियों से अवगत थे। मगर हर दिन हालात सुधर रहे हैं। पिछले आकलन में, भाजपा आसानी से यूपी में 50 सीटों का आंकड़ा पार कर लेगी।’