Lok Sabha Elections 2019: पूर्व वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (VCOAS) लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) शरत चंद शनिवार (6 अप्रैल, 2019) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। शरत चंद वहीं आर्मी ऑफिसर हैं जिन्होंने पूर्व में रक्षा बजट में कटौती के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को आलोचना की थी। वह भाजपा की वरिष्ठ नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। विदेश मंत्री ने इस दौरान देश सेवा के लिए पूर्व VCOAS की खूब प्रशंसा भी की। इस दौरान पूर्व VCOAS ने भी कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो कभी राजनीति में जाएंगे।
शरत चंद ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राजनीति ज्वाइन करूंगा। वर्तमान परिदृश्य में देश को एक मजबूत नेतृत्व की जरुरत है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित हूं। मैंने सोचा कि मैं जिस भी तरीके से देश की सेवा कर सकूं, करूं।’ अपने पिछले बयान के उलट पूर्व VCOAS ने ये भी कहा कि पूर्व में किसी ने भी सेना के लिए उतना काम नहीं किया जितना वर्तमान भाजपा ने किया है।
शरत चंद जून 1979 में गढ़वाल राइफल्स में शामिल हुए थे और वह पिछले साल एक जून को उप सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह सेना में हर स्तर पर करीब 38 साल तक कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। चंद पिछले साल उप सेना प्रमुख के तौर पर संसद की एक समिति के समक्ष पेश हुए थे।
गौरतलब है कि पूर्व में केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा था कि 2018-19 के लिए रक्षा बजट में अपर्याप्त आवंटन होने से सेना के आधुनिकीकरण की योजना पर ऐसे समय में असर पड़ेगा जब चीन की सेना अमेरिका के स्तर पर पहुंचने की दौड़ में लगी है। उन्होंने यह भी कहा था कि सेना के 68 प्रतिशत संसाधन पुराने जमाने के हैं। धन की कमी से मौजूदा संसाधनों के कामकाज पर भी असर पड़ेगा।
बता दें कि शरत चंद ने श्रीलंका में ऑपरेशन पवन के दौरान एक कंपनी का नेतृत्व भी किया था। इसके अलावा उन्होंने कारगिल में भी एक कंपनी की कमान सभंली। वह भारतीय सेना के जयपुर मुख्यालय दक्षिण पश्चिमी कमान के प्रमुख जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग भी रह चुके हैं। उनकी इन उपलब्धियों को देखते हुए साल 2018 में उन्हें परम विशिष्ट सेना मेडल (PVSM) से भी नवाजा जा चुका है। (भाषा इनपुट)