Lok Sabha Elections 2019 के चार चरणों के बीच योगगुरु बाबा रामदेव का नोटबंदी को लेकर एक बयान सोशल मीडिया पर दोबारा से वायरल हो गया है। ‘द क्विंट’ के संजय पुगलिया को दिए एक इंटरव्यू में बाबा रामदेव ने कहा था कि इसमें तीन से पांच लाख करोड़ तक का घोटाला हुआ है। रामदेव ने कहा था, “मोदीजी ने भी नहीं सोचा होगा कि बेईमान निकलेंगे बैंकवाले। मुझे ऐसा लगता है कि हजारों नहीं, शायद लाखों करोड़ रुपये बना लिए बैंक वालों ने। इसमें तीन से पांच लाख करोड़ रुपये का घोटाला निकलेगा।”
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि इस मामले में शक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लोगों पर भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक सीरीज के दो नोट छपे हुए मिले। यह देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा कलंक है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के वक्त कैश की कमी नहीं थी बल्कि सारा का सारा कैश बेईमानों को दे दिया गया। उस वक्त सर्कुलेशन में सुधार की जरूरत थी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 की रात आठ बजे नोटबंदी का ऐलान करते हुए 500 और 1000 रुपये के बड़े करेंसी नोटों को तत्काल प्रभाव से प्रचलन से बाहर कर दिया था। इसकी वजह से लोगों के पास इन करेंसी में जमा पैसे कागज के टुकड़े हो गए। हालांकि, सरकार ने उसे बदलने का वक्त दिया लेकिन उसमें कई बैंक के कई अफसरों ने अनियमितताएं की और कमीशन लेकर बड़े पैमाने पर नोटों की अदला-बदली की। नोटबंदी के बाद देश में कैश की किल्लत भी हो गई और लोग देशभर में एटीएम और बैंकों के बाहर लाइन में खड़े रहे। इसमें कुछ जानें भी गईं।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का आरोप रहा है कि नोटबंदी देश का अब तक सबसे बड़ा घोटाला है। इसकी वजह से भारतीय अर्थव्वस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा है। साथ ही विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि इसके जरिए भाजपा के नेताओं ने अपनी काली कमाई को सफेद किया है।

