Lok Sabha Elections: देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों संबंध रखने वाले किरण रिजिजू बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। किरण रिजिजू टीम मोदी में दूसरी पारी में मंत्रिमंडल में भी जिम्मेदारी दी गई। मूलरूप से अरुणाचल प्रदेश से आने वाले रिजिजू को उनके शानदार राजनीतिक रिकॉर्ड की वजह से उन्हें मोदी मंत्रीमंडल में शामिल होने का मौका मिला। किरन रिजिजू मौजूदा भारत सरकार में पृथ्वी विज्ञान के कैबिनेट मंत्री हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में किरन रिजिजू को बीजेपी ने अरुणाचल पश्चिम की सीट से मैदान में उतारा था। वहीं एक बार फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने रिजिजू को अरुणाचल पश्चिम से मैदान में उतारा है।

किरण रिजिजू का जन्म-

किरेन रिजिजू का जन्म 19 नवंबर 1971 को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में रिनचिन खारू और चिरई रिजिजू के घर हुआ था। उनके पिता अरुणाचल प्रदेश की पहली राज्य विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाने वाले पहले प्रो-टर्म स्पीकर थे।

किरण रिजिजू की पढ़ाई-

अरुणाचल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद किरण रिजिजू ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से बीए (ऑनर्स) किया। इसके बाद 1998 में डीयू के लॉ फैकल्टी से कानून की डिग्री (LLB) हासिल की। उनका विवाह जोराम रीना रिजिजू से हुआ, जो इतिहास की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।

किरेन रिजिजू ने अपने छात्र जीवन से ही सार्वजनिक मामलों में गहरी रुचि दिखाई। 2002 में जब वह 31 साल के थे, तब उन्हें खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। वह 2004 में पश्चिम अरुणाचल प्रदेश निर्वाचन क्षेत्र से 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने 14वीं लोकसभा में संसद की कई समितियों में कार्य किया है। रिजिजू को 14वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में चुना गया था, जो संसद में अरुणाचल पश्चिम के निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे।

किरण रिजिजू किन विभागों में रहे चुके मंत्री?

किरण रिजिजू 16 मई 2014 को 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल किया। 26 मई 2014 को गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री। रिजिजू राष्ट्रीय मुख्यधारा के साथ पूर्वोत्तर के व्यापक एकीकरण के प्रबल समर्थक रहे हैं।

2019 में किरेन रिजिजू निर्वाचित हुए और उन्हें युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। जुलाई 2021 में कैबिनेट फेरबदल के बाद उन्हें कानून और न्याय मंत्री बने।

18 मई, 2023 को मोदी कैबिनेट में बड़ा बदलाव हुआ। किरेण रिजिजू को कानून मंत्री पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह अर्जुन राम मेघवाल को कानून मंत्री बनाया गया। किरेन रिजिजू बतौर केंद्रीय कानून मंत्री लगातार चर्चा में रहे और उन्होंने पिछले दिनों न्यायपालिका और सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे।

अब किरेण रिजिजू को कानून मंत्रालय से बदलकर भू विज्ञान मंत्रालय दिया गया। वहीं, रिजिजू की जगह अर्जुन राम मेघवाल को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है।

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे-

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अरुणाचल पश्चिम से केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जीत हासिल की थी। रिजिजू को 2,25,7,96 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार नबम तुकी को महज 50,953 ही वोट हासिल हुए थे।

अरुणाचल प्रदेश का इतिहास-

अरुणाचल प्रदेश कभी असम का हिस्सा रहा है। ब्रिटिश शासकों ने 1838 में इसे अपने राज्य में शामिल किया। आजादी के बाद और 1962 से पहले अरुणाचल प्रदेश नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर (नेफा) के नाम से जाना जाता था। 1972 में इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। इसका नाम अरुणाचल प्रदेश रखा गया। इसके बाद 20 फरवरी, 1987 को अरुणाचल प्रदेश को भारत के 24वें राज्य के रूप में पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। अरुणाचल प्रदेश को भारत के सूर्य के उगने का प्रदेश भी कहा जाता है।