लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही तमाम दल तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा अपने 400 पार के नारे को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है, जिसके लिए ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार से लेकर रैलियों का दौर जारी है। पीएम मोदी 120 घंटे के दक्षिण विजय अभियान पर हैं। आज वह तेलंगाना और कर्नाटक में रैली करेंगे और शाम को तमिलनाडु के कोयंबटूर में पीएम का चार किलोमीटर लंबा रोड शो होगा दरअसल, 400 पार का नारा तभी सच में पूरा होगा जब बीजेपी दक्षिण के किले पर भी विजय हासिल कर ले। दक्षिण भारत के पांच राज्यों को जीते बिना चार सौ सीटों तक पहुंचना बहुत मुश्किल होगा। इनमें खास तौर पर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल शामिल हैं।

पीएम मोदी ने भाजपा को तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में जीत दिलाने के लिए पूरा जोर लगाया है। बीते 77 दिनों में 23 दिन उन्होंने दक्षिणी राज्यों में बिताए हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो दक्षिण के राज्यों में लोकसभा की 129 सीटें हैं। इनमें से 2019 में बीजेपी को सिर्फ 29 सीटों पर जीत मिली थी जबकि विपक्ष को 100 सीटें मिली थीं।तमिलनाडु में 39, केरल 20, तेलंगाना 17, आंध्र प्रदेश 25 और कर्नाटक लोकसभा की 28 सीटें हैं। ऐसे में पीएम मोदी ने 120 घंटे में 129 सीटों को कवर करने की एक योजना तैयार की है।

दक्षिण के राज्यों में पीएम मोदी की रैलियां

पीएम मोदी ने अपने इस मिशन की शुरुआत में पहली रैली आंध्र प्रदेश के पलनाडु में रविवार को की। आज उनकी दूसरी रैली तेलंगाना के जगतियाल में हुई। जिसके बाद उन्होंने कर्नाटक के शिवमोगा में रैली की। उसके बाद कोयंबटूर में वो आज शाम रोड शो करने वाले हैं। कल प्रधानमंत्री केरल के पलक्कड़ में रोड शो करेंगे। इसके बाद उनकी छठी रैली तमिलनाडु के सेलम में होगी।19 मार्च को सुबह साढ़े दस बजे प्रधानमंत्री केरल के पलक्कड़ में रोड शो करेंगे। इसी दिन दोपहर 1 बजे वो फिर से तमिलनाडु जाएंगे। जहां उनकी सालेम में बड़ी रैली होगी।

बीजेपी का दक्षिण के राज्यों में जीत-हार का आंकड़ा

कर्नाटक की 28 में से 25 और तेलंगाना की 17 में से 4 सीटों पर बीजेपी ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की। वहीं, तमिलनाडु की 39, आंध्र प्रदेश की 25 और केरल की 20 सीटों पर बीजेपी का खाता नहीं खुला। इस बार 400 पार का लक्ष्य हासिल करना है, तो बीजेपी को दक्षिण के उन तीन राज्यों में अपना खाता खोलना और तेलंगाना में अपना आंकड़ा बढ़ाना जरूरी है जहां अब तक उसे जीत नहीं मिली है।

कर्नाटक में बीजेपी मजबूत स्थिति में है और लोकसभा चुनाव में लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में बीजेपी को 17 सीटें मिली थीं, उसका वोट करीब 43 प्रतिशत रहा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और मजबूत हुई। उसकी सीटें बढ़कर 25 हो गई, जबकि वोट फीसदी 51।38 फीसदी पहुंच गया प्रधानमंत्री मोदी की कोशिश है कि 28 सीटों वाले कर्नाटक में बीजेपी के इस प्रदर्शन को ना सिर्फ दोहराया जाए, बल्कि इस आंकड़े को और बढ़ाया जाए।