Lok Sabha Election 2019: चुनावी मौसम में ममता भले ही भाजपा के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के लेकर आक्रामक रवैया अपनाए लेकिन भाजपा के संस्थापक सदस्य व वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को लेकर उनके मन में कोई द्वेष नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी के ‘मन की बात’ का स्वागत किया है।
दरअसल भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य आडवाणी ने गांधीनगर से अपना लोकसभा टिकट कटने के बाद बृहस्पतिवार को पहली बार ब्लॉग लिख कर अपने ‘मन की बात’ कही थी। आडवाणी के ब्लॉग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ममता ने ट्वीट किया ‘वरिष्ठ राजनेता, पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के संस्थापक के रूप में आडवाणी जी ने लोकतांत्रिक शिष्टाचार के विस्तार को लेकर जो विचार व्यक्त किए हैं, वह महत्वपूर्ण हैं।
निश्चित रूप से सभी विपक्षी दल जो अपनी आवाज उठा रहे हैं, वह राष्ट्र विरोधी नहीं हैं। हम उनके इस बयान का स्वागत करते हैं और उनके प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हैं। इससे पहले लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लाग में लिखा कि वे चाहते हैं कि हम सभी को मिलकर भारत की लोकतांत्रिक छवि को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए। लोकतंत्र में चुनाव त्योहार की तरह होते हैं।
इसके साथ ही यह लोकतंत्र के स्तंभों की समीक्षा का भी अवसर होता है। इसमें राजनीतिक पार्टियां, मीडिया, चुनाव आयोजित कराने वाली संस्थाएं और इन सब से ऊपर मतदाता शामिल हैं।
आडवाणी ने अपने इस ब्लाग का शीर्षक ‘नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट’ दिया है। इसका मजमून है कि उनके लिए देश सबसे पहले आता है। इसके बाद पार्टी का स्थान है। सबसे अंत में वह अपने आप को रखते हैं। इससे पहले भाजपा ने लाल कृष्ण आडवाणी को इस बार लोकसभा का टिकट नहीं देने का फैसला किया था। पार्टी ने उनकी पारंपरिक सीट गांधी नगर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की तरफ से आडवाणी के साथ ही मुरली मनोहर जोशी, कलराज मिश्र जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं का टिकट काटा है।