Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा यूपी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अपने आवास पर एक के बाद एक लगातार बैठकें कर रहे हैं। इसके साथ ही लगातार सीएम का फोन भी घनघना रहा है।

राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने की खबर आने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अमेठी की जनता का अपमान है। टीओआई को दिए इंटरव्यू में आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में यदि सपा और बसपा को देवबंद में भरोसा है तो हमें मा शाकंभरी में विश्वास है। सीएम ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में 74 प्लस सीटे जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

उन्होंने कहा कि जब हम 74 प्लस का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं तो यह 80 तक जा सकता है। बालकोट हमले का भाजपा को फायदा मिलने के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बालकोट हमले के बाद लोगों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से उम्मीदें बढ़ गई हैं। लोगों को यह यकीन हो गया है कि भाजपा आतंकवाद का जवाब दे सकती है।

इस बात में कोई शंका नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। साथ ही आम लोगों पीएम मोदी को लेकर आकर्षण बढ़ा है। योगी ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पूर्वोत्तर में काफी बदलाव आया है। पीएम ने इसके लिए योजना तैयार की और हर राज्य के लिए प्रभारी के रूप में एक मंत्री को तैनात किया।

इन मंत्रियों को संबंधित राज्यों में एक महीने में कम से कम तीन दिन बीताने के लिए कहा गया। अब पूर्वोत्तर विकास के एक नये चरण में प्रवेश कर गया है। योगी ने कहा कि पहले म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक कर अलगाववादी समूहों को जवाब दिया गया। इसके बाद उड़ी और अब पुलवामा के बाद बालाकोट।

7 अप्रैल को बसपा और सपा की पहली संयुक्त रैली देवबंद और भाजपा की सहारनपुर में शाकंभरी धाम से शुरू होने के सवाल पर सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में पहले चरण का चुनाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश से शुरू हो रहा है। यदि उनका भरोसा देवबंद में है तो हमारा विश्वास मां शाकंभरी में है। इसलिए हमने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत इस धाम से की।

हम अपने विकास की बात कर रहे हैं। जबकि लोगों ने यह देखा है कि किस तरह सत्ता में आने के बाद बसपा और सपा जाति की राजनीति करते हैं। एक तरफ सपा-बसपा और दूसरी तरफ से प्रियंका राहुल, दोनों में किससे अधिक चुनौती मिलने के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह प्रियंका ही थी जिन्होंने अखिलेश और राहुल को एक साथ मिलाया था।

लोगों ने इसे खारिज कर दिया। चाहे वो बुआ-बबुआ का हो या चाहे भाई-बहन का। उत्तर प्रदेश की जनता जानती है असलियत। राम मंदिर के सवाल पर योगी ने कहा कि हमारा मुद्दा विकास और सुरक्षा है। हमने आंतरिक और सीमा सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। राम मंदिर कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं रहा। यह आस्था का मुद्दा है।