Lok Sabha Election 2019 के लिए सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए अमेठी-रायबरेली सीट छोड़ने का फैसला किया था। अब कांग्रेस ने भी तीनों दलों के लिए सात सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने रविवार (17 मार्च) को कहा कि कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन के लिए सात सीटों पर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने छोड़ी ये सात सीटेंः राज बब्बर के मुताबिक कांग्रेस मुलायम सिंह यादव की सीट मैनपुरी, डिंपल यादव की सीट कन्नौज, अक्षय यादव की सीट फिरोजाबाद पर चुनाव नहीं लड़ेगी। इनके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती, राष्ट्रीय लोकदल के अजीत सिंह और उपाध्यक्ष जयंत चौधरी जहां से भी लड़ेंगे वहां कांग्रेस नहीं लड़ेगी। इसके अलावा कांग्रेस ने दो सीटें अपना दल के लिए भी छोड़ने की बात कही है।
दो धड़ों में बंटा है अपना दलः गौरतलब है कि अपना दल इस बार दो खेमों में बंट गया है। अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल (सोनेलाल) ने पिछली बार की तरह बीजेपी से गठबंधन किया है। वहीं उनकी मां कृष्णा पटेल ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। कृष्णा के साथ उनके दामाद पंकज निरंजन सिंह चंदेल ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। दोनों के लिए गोंडा और पीलीभीत सीटें छोड़ी गई हैं।
पहले बरसे अखिलेश, फिर कांग्रेस का ऐलानः कांग्रेस के ऐलान से थोड़ी देर पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बड़ा बयान दिया था। अखिलेश ने लंबे समय बाद कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा था, ‘बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीबीआई को लेकर गठबंधन है। दोनों एक ही हैं।’
