Lok Sabha Election 2019: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निशाना साधना जारी रखा। ममता ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह किसी को भी अपने राज्य में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) को लागू करने नहीं दूंगी। तृणमूल कांग्रेस पार्टी की प्रमुख ने कहा, ‘मोदी यह तय वाले कोई नहीं है कि कौन रहेगा और कौन नहीं।’
ममता कूच बिहार में एक रैली को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) बिल देश में शरणार्थियों को कानूनी वैधता देने का भाजपा का प्रयास है। ममता ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार का यह कदम लोगों को बीच परेशानी का कारण बनेगा।
ममता ने एनआरसी को चुनावी नौटंकी बताया। उन्होंने दावा किया कि यह बंगाल सरकार ही थी जिसने बांग्लादेश के साथ मिलकर 6 दशक से पुराने एक दूसरे की क्षेत्रों की समस्या का समाधान किया था। इसमें मोदी सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। ममता ने पीएम मोदी के संदर्भ में कहा कि चायवाला अपने वादों को पूरा करने में असफल रहा। वह अब चौकीदार बन गया है। वह चौकीदार बनकर लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हो सकता है यह देश में आखिरी चुनाव हों।’ ममता ने कहा कि मोदी के तीन नारे हैं, ‘लूट’, ‘दंगा’ और ‘लोगों की जान लेना’। इससे पहले बुधवार को भी ममता बनर्जी पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर काफी हमलावर दिखी थी। ममता ने कहा था कि मोदी चुनाव आयोग की तरफ से रोक लगाए जाने के बाद भी भारतीय सेना का अपने भाषणों में जिक्र कर रहे हैं।
ममता बनर्जी इससे पहले पीएम मोदी को खुली बहस की चुनौती दे चुकी है। पीएम मोदी द्वारा ममत को ‘स्पीड ब्रेकर’ कहे जाने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम को ‘एक्सपायरी बाबू’ की संज्ञा दी थी। ममता ने कहा था वह (नरेंद्र मोदी) एक्सपायरी बाबू हैं और कुछ ही दिन में उनकी सरकार एक्सपायर होने वाली है। ममता ने पीएम से पूछा था कि आपने सिलीगुड़ी कहा था कि हमारी सरकार ने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। आप बताइये आपने 5 साल में क्या किया है। रोजाना झूठ मत बोलिए।