Lok Sabha Election 2019 के आते ही नेताओं के पार्टी बदलने की बाढ़-सी आ गई है। इस मामले में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता जितिन प्रसाद को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं। बताया जा रहा है कि वे कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जा सकते हैं। हालांकि मीडिया में आई इस तरह की खबरों का जिक्र कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के सामने किया गया तो उन्होंने इस तरह की खबरों को बकवास करार दिया। वहीं इस मामले में खुद जितिन प्रसाद का भी बयान सामने आया है। प्रसाद ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘इस तरह के सवालों के लिए कुछ आधार होना चाहिए। मैं ऐसे काल्पनिक सवालों के जवाब क्यों दूं?’

कयासों के बीच ट्वीट से आया ट्विस्टः शुक्रवार (22 मार्च) को सुबह से ही उनके कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन इसी बीच उन्होंने एक ट्वीट के जरिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को निशाने पर लिया। उन्होंने करीब 12 बजे किए गए इस ट्वीट में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘बीजेपी के कारण रोजगार की जो भयावह समस्या देश में व्याप्त है वह उत्तर प्रदेश में और भी गहरी है। कांग्रेस इसको दूर करने के लिए संघर्षरत है, हम यह संघर्ष और तेज करेंगे। आपके स्वास्थ्य सेवा के संबंध में दिए गए विचारों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।’ इस ट्वीट के बाद सवाल उठा कि यदि वे कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जा रहे हैं तो फिर कांग्रेस के समर्थन और बीजेपी के विरोध में ट्वीट क्यों किया?

 

क्यों गर्म हुआ कयासों का बाजारः दरअसल खबरें आई थीं कि जितिन प्रसाद पर इस बार कांग्रेस की तरफ से धौरहरा की बजाए लखनऊ से चुनाव लड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसी के चलते उनके पार्टी छोड़ने के कयास लगाए गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया को तवज्जो दिए जाने से भी वे नाराज थे।