Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ सरकार बनाने के फैसले पर अपनी राय जाहिर की है। पीएम मोदी ने कहा, ‘मुफ्ती साहब थे हमें आशा थी कि शायद हम उसमें से बाहर आएंगे लेकिन वो हमारी महामिलावट थी, तेल और पानी का मिलन था और ये हमने कह कर किया था।’

पीएम ने कहा हम दोनों अलग-अलग ध्रुव थे, हमारा कोई मेल नहीं बैठेगा लेकिन जनता ने ऐसा जनादेश दे दिया कि हमारे पास कोई चारा नहीं था, इसलिए हम इसके बिना रह नहीं सकते। हमने साथ काम किया, लोकतंत्र का तकाजा आया हमने छोड़ भी दिया। न्यूज चैनल आज तक को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि कश्मीर मामले में पूर्व पीएम वाजपेयी का फॉर्म्यूला ही काम आने वाला है।

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत की बात की थी। यह पहली बार है कि कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि कश्मीर में वाजपेयी फॉर्म्यूला ही काम करेगा। पीएम ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर भी परोक्ष रूप से हमला किया।

पीएम ने कहा कि एक मुट्ठी भर परिवारों ने मिलकर जम्मू-कश्मीर को ब्लैकमेल करने का रास्ता चुना हुआ है। ये परिवार कश्मीर में एक भाषा बोलते हैं और दिल्ली में आकर दूसरी भाषा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि ये दोगलापन उजागर करना पड़ेगा। पीएम ने कहा कि मैं अभी यही कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि आपमें हिम्मत होनी चाहिए कि जो आप कश्मीर में बोलते हैं वहीं बात आप आकर दिल्ली में बोलें। अब ये लोग एक्सपोज हो रहे हैं।

पीएम ने कश्मीर में पंचायत चुनाव का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने कश्मीर में पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया। इन दोनों पार्टियों के बहिष्कार के बावजूद 75 फीसदी मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि पंचायत में जीते लोगों के पास सरकार सीधे रूप से पैसे भेज रही है।

पीएम ने अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाने की बात भाजपा के घोषणापत्र में शामिल करने की बात पर पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा भारत से अलग होने की बात को लेकर आगाह किया। उन्होंने कहा ये भाषा बोलने वालों को इस देश का नागरिक होने का हक नहीं है, चुनाव लड़ने का हक नहीं है। ये कोई एग्रीमेंट है क्या?