Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किए एक गए सर्वे के मुताबिक भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक, नौकरियों में आरक्षण और किसानों के खातो में पैसे भेजे जाने जैसे तीन बड़े निर्णयों की वजह से पीएम नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। सर्वे के मुताबिक करीब 43 फीसदी लोग चाहते हैं की मोदी फिर से पीएम बने और 2014 के चुनावों की तुलना में पीएम मोदी के जीतने का प्रतिशत सात फीसदी अधिक हो सकता है, जबकि एक तिहाई से अधिक लोग चाहते हैं कि वह देश का नेतृत्व फिर से करें। बता दें कि ये सर्वे नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज में लोकनीति अनुसंधान कार्यक्रम के तहत किया गया था।

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दरअसल, 24 मार्च से 31 मार्च तक सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज में लोकनीति अनुसंधान कार्यक्रम द्वारा आयोजित सर्वेक्षण में देश के कुल 29 राज्यों में से 19 राज्यों के करीब 10,010 लोगों से बात की गई। जिसमें बताया गया है कि मोदी सरकार ने 7 जनवरी और 26 फरवरी के बीच जो निर्णय लिया है, उससे चुनाव की दिशा बदली जा सकती है। बता दें कि देश में 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में मतदान होना है। चुनाव परिणाम 23 मई को घोषित किए जाएंगे। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि लोकप्रियता में वृद्धि और इसे सीटों में तब्दील करना दो अलग बातें हैं।

इन तीन मुद्दों से बढ़ी लोकप्रियता: सर्वे के मुताबिक साल 2019 की पहली तिमाही में बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने भारत द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को 10 प्रतिशत कोटा देने का फैसला किया गया। इसके बाद किसानों के बैंक खातों में एक निश्चित राशि ट्रांसफर करने का वादा किया गया और पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के अंदर घुसकर एयर स्ट्राइक की गई। इन मुद्दों से पीएम मोदी की लोकप्रियता बहुत बढ़ी है। हालांकि सर्वे में काफी लोगों ने दबी जुबान से ये भी कहा कि फिर भी हमारे लिए बेरोजगारी, विकास आदि मुद्दे ही प्रमुख रहेंगे।

गौरतलब है कि लोकनीति सर्वे के मुताबिक मोदी सरकार के तीन लगातार फैसलों ने एयर स्ट्राइक, आरक्षण और किसानों को नकद पैसे ट्रांसफर का जितना असर लोगों के बीच हुआ है उतना असर कांग्रेस के वादों का नहीं हुआ है। चाहे वो पीएम मोदी पर राफेल सौदे में गड़बड़ी का आरोप हो या फिर कांग्रेस द्वारा गरीबों को न्यूनतम आय की गारंटी का आश्वासन देना हो।