Lok Sabha Election 2019: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार के पोते पार्थ पवार मावल लोकसभा सीट से इस बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। अपने लोकसभा क्षेत्र में पार्थ पवार वोट मांगने के दौरान सही से भाषण भी नहीं पढ़ पाए। 27 वर्षीय पार्थ को जनसभा में लोगों को यह भी नहीं बता पाए कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है।
नामांकन के पांच दिन बाद शरद पवार की में पार्थ ने अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित किया। लिखे हुए भाषण को भी पढ़ने में पार्थ फंसते नजर आए और इसके बाद अपना भाषण तीन मिनट में ही खत्म कर दिया। परिवार के अन्य सदस्यों शरद पवार, सुप्रिया सुले और अजीत पवार की तरफ उन्हे भाषण के बाद वह तारीफ नहीं मिली। अपने इस भाषण को लेकर पार्थ पवार सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा ट्रोल कर दिए गए। 75 वर्षीय डीजी बलिगा का कहना है कि यह पहली बार है जब पवार परिवार का कोई नेता अपना भाषण सही तरीके से नहीं दे पाया है। वहीं एक अन्य स्थानीय निवासी का कहना है कि उसने कभी शरद पवार को भी भाषण के दौरान बोलने में फंसते नहीं देखा।
हालांकि पार्थ ने अपनी पहली गलती से सीख लेते हुए दूसरी बार भाषण बिना देखे पढ़ा। उन्होंने अपना यह भाषण चार मिनट में खत्म किया। होली के दिन वह एक कार्यक्रम में गए थे जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जन्मदिन भी मनाया था। कार्यकर्ताओं ने उनके गाल पर गुलाल लगाया। इस दौरान सेल्फी लेने के लिए उनके साथ आ रहे कार्यकर्ताओं को उन्होंने कतार में आने के लिए कहा।ट्रोलिंग के सवाल पर पार्थ ने कहा कि मुझे अपने प्रदर्शन पर भरोसा है। मैं बोलूंगा कम और काम ज्यादा करूंगा।
पार्थ ने अपनी एक रैली के दौरान कहा कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि उनका बचपन पिंपरी चिंचवड के बजाए मुंबई में बीता। पिंपरी चिंचवड में एनसीपी ने काफी विकास किया है। मुझे यहां रहना चाहिए था। पिंपरी चिंचवड को हम देश में लोगों को दिखा सकते हैं जैसे पीएम मोदी गुजरात की बात करते हैं।अपने भाषण की आलोचना को लेकर पार्थ ने फेसबुक पर पलटवार करते हुए लिखा कि भाषण देने एक कला है। आप भाषण से कुछ दिन ही लोगों के दिलों पर राज कर सकते हैं लेकिन अगर आपको हमेशा के लिए जीतना है तो आपको काम करना पड़ेगा।