Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस नेता और भोपाल से उम्मीदवार लोकसभा के छठे चरण में अपना वोट नहीं डालने के बाद विरोधियों के निशाने पर आ गए। विपक्षी दल के नेताओं ने दिग्विजय सिंह के वोट नहीं डालने को लोकतंत्र का अपमान करार दिया। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिग्विजय पर करारा हमला किया।

भाजपा उम्मीदवार  साध्वी प्रज्ञा ने भी कहा कि चुनाव में वोट नहीं देने पर दिग्विजय की उम्मीदवारी बर्खास्त कर दी जानी चाहिए। वहीं, शिवराज ने ट्वीट किया, ‘चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है, मतदान करने से देश मजबूत होता है। देश भर में जागरूकता अभियान चला कि अधिक से अधिक मतदान करना चाहिए लेकिन दिग्विजय सिंह प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे है, उन्होंने 10 साल सरकार चलाई है। दिग्विजय सिंह ने मतदान न कर लोकतंत्र का अपमान किया है।’

हार के डर से नहीं किया मतदानः शिवराज इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने आगे ट्वीट में कहा, ‘उन्होंने जनता को अच्छा संदेश नही दिया । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दिग्विजय सिंह डरे हुए है, उनकी हार निश्चित है। इसलिए वे मतदान करने नहीं गए और पोलिंग पोलिंग घूमते रहे।’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जनता तो मतदान करने जाती है लेकिन उन्हें चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी भरोसा नही रहा और वे कमलनाथ के प्रशासन पर भी शक करते है, इसलिए उन्होंने मतदान नही किया।’

दिग्विजय सिंह ने दी सफाईः इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें दुख है कि वह छठे चरण में वोट करने के लिए अपने गृहनगर राजगढ़ नहीं जा पाए। उन्होंने कहा, ‘हां, मैं राजगढ़ वोट डालने नहीं जा पाया और मुझे इस बाद का दुख है।

अगली बार मैं अपना वोट भोपाल में रजिस्टर्ड करा लूंगा।’ दिग्विजय ने कहा कि उन्होंने अपना वोट भोपाल ट्रांसफर कराने की कोशिश की थी लेकिन प्रक्रिया में देरी होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। बता दें कि भोपाल से राघोगढ़ की दूरी 130 किलोमीटर है।

भोपाल में दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा ने मालेगांव धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर चुनाव मैदान में है। वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी साध्वी के समर्थन में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन घूम-घूम कर उनके लिए वोट मांगे थे।