Lok Sabha Election 2019: विभिन्न किसान संगठनों की प्रमुख संस्था पश्चिम ओडिशा कृषक संगठन समन्वय समिति (पीओकेएसएसएस) ने चुनावों में नोटा का विकल्प चुनने के लिए किसानों को एकजुट करने का ऐलान किया है। समिति के समन्वयक लिंगराज ने शनिवार (30 मार्च) को यह घोषणा की। सूत्रों के अनुसार, संगठन के साथ पश्चिम ओडिशा के 50 लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं। लिंगराज ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया, ‘पीओकेएसएसएस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नोटा (इनमें से कोई नहीं) चुनने के लिए कहा गया है। वे भाजपा, बीजद और कांग्रेस को वोट देने के बजाए नोटा चुनने के लिए किसानों के बीच प्रचार करेंगे और एकजुट भी करेंगे।’

उन्होंने कहा कि केएएलआईए (जीविकोपार्जन एवं आय वृद्धि के लिए कृषक सहायता) और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनाएं किसानों की प्रमुख मांगों पूर्ण ऋण माफी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने और राज्य स्तर पर कृषि उत्पादों में बोनस देने से ध्यान हटाने की चतुर रणनीति है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और बीजद ने किसानों के साथ धोखा किया है।

National Hindi News Today LIVE: दिनभर की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें 

 

कृषक संगठन समन्वय समिति ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि स्वामीनाथन आयोग का गठन 2004 में हुआ था। उस वक्त कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार केंद्र में थी। आयोग ने रिपोर्ट 2006 में सौंपी थी। लिंगराज ने कहा, ‘रिपोर्ट जमा होने के बाद आठ साल सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने कभी भी स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाओं को लागू करने में रूचि नहीं दिखाई।’

Read here the latest Lok Sabha Election 2019 News, Live coverage and full election schedule for India General Election 2019