Lok Sabha Election 2019: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर केंद्र में रक्षा मंत्री का पद छोड़कर इसलिए गोवा लौट आये थे क्योंकि वह राफेल लड़ाकू विमान सौदे से सहमत नहीं थे। मराठा समुदाय के बड़े नेता पवार ने कोल्हापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।
पवार ने आरोप लगाया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार में किये गये वादों को पूरा नहीं कर सके और इसलिए लोगों का ध्यान बांट रहे हैं। पवार ने दावा किया, ‘मनोहर पर्रिकर को राफेल सौदा स्वीकार्य नहीं था। इसलिए उन्होंने रक्षा मंत्री का पद छोड़ दिया और गोवा लौट गये।’ पर्रिकर ने नवंबर 2014 में रक्षा मंत्री का पद संभाला था और 14 मार्च, 2017 को उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
अग्न्याशय संबंधी बीमारी से लंबे समय तक जूझने के बाद इस साल 17 मार्च को उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने 10 अप्रैल, 2015 को पेरिस में तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ बातचीत के बाद 36 राफेल विमानों को खरीदने की घोषणा की थी। पवार ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने देश में महत्वपूर्ण संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है।
भाजपा अब अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल कर रही है। पवार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों का प्रेस कॉन्फ्रेंस करना बहुत गंभीर मामला था। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अभूतपूर्व कदम था जब 12 जनवरी 2018 को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने शीर्ष अदालत में केसों को सौंपने समेत अन्य मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
इस ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिस जे. चेलमेश्वर, मदन बी लोकुर, कुरियन जोसफ और मौजूद चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई मौजूद थे। पवार ने भाजपा और मोदी पर सेना का राजनीतिकरण करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि सैन्य बलों को राजनीतिकरण न हो।