Lok Sabha Election 2019: चुनावी माहौल में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आजम खान और केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता मेनका गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार (15 अप्रैल, 2019) रात चुनाव आयोग (ईसी) ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर इन दोनों के प्रचार पर क्रमशः 72 घंटे और 48 घंटे तक के लिए रोक लगा दी। यह रोक मंगलवार (16 अप्रैल, 2019) सुबह 10 बजे से प्रभाव में आएगी।
आजम इस चुनाव में उत्तर प्रदेश के रामपुर से लड़ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने वहां से प्रतिद्वंदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सपा नेता ने उसके बाद रामपुर के जिलाधिकारी को लेकर भी अपमानजनक बयान दिया था। इसी पर शिकायत मिलने के बाद ईसी ने यह कार्रवाई की।
सपा नेता ने कहा था, “क्या राजनीति इतनी गिरेगी कि 10 साल जिसने रामपुर वालों का खून पीया, जिसे अंगुली पकड़ हम रामपुर ले आए, उसने हम पर क्या इल्जाम नहीं लगाए? क्या आप उसे (जया) वोट देंगे? 10 साल जिसने अपना प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, पर मैं 17 दिनों में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवियर खाकी रंग का है।”
वहीं, मेनका ने भी हाल में यूपी के सुल्तानपुर में एक जनसभा में किसी खास समुदाय से वोट की अपील की थी। उनकी उसी सांप्रदायिक टिप्पणी को लेकर ईसी ने उनके चुनावी प्रचार पर अस्थाई रोक लगाई है। इस घटना से जुड़े वायरल वीडियो में मेनका कहती दिखी थीं, “मैं लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं। अगर मेरी जीत मुस्लिमों के बगैर होगी, तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा। फिर दिल खट्टा हो जाता है, क्योंकि जब काम के लिए आता है। फिर मैं सोचती हूं कि रहने दो।”
इससे पहले, सोमवार सुबह ईसी से आचार संहिता उल्लंघन को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती के चुनावी प्रचार पर क्रमशः 72 और 48 घंटे की रोक लगा दी गई थी। यह रोक भी कल यानी कि मंगलवार सुबह से प्रभाव में आएगी।