Lok Sabha Election 2019: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के एयरस्ट्राइक को लेकर दिए विवादित बयान पर कांग्रेस को घेरा है। शनिवार (23 मार्च, 2019) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी बताएं कि आखिर शहीदों के खून से वोटबैंक की राजनीति क्यों की जा रही है? उनकी पार्टी को बताना चाहिए कि क्या पुलवामा आतंकी हमला एक आम घटना थी?
बीजेपी अध्यक्ष ने इसी के साथ सख्त लहजे में कहा कि राहुल को पित्रोदा के बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। कॉन्फ्रेंस में शाह बोले- देश में चुनाव बेहद करीब है। देश के वोटर्स के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा भी अहम बना है। ऐसे में पित्रोदा का बयान आना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे पूछा, “कांग्रेस अध्यक्ष को देश को यह बात स्पष्ट करनी चाहिए कि आखिर उनकी पार्टी की तरफ से इस जघन्य (पुलवामा) हमले को आम घटना किस आधार पर बताया गया? ऐसा कर कांग्रेस ने जवानों की शहादत का अपमान किया है और भारत की जवाबी कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।”
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा कि सात-आठ लोगों की हरकतों की वजह से किसी मुल्क को दोषी नहीं मानना चाहिए? कांग्रेस पहले स्पष्ट करे कि जो आतंकी घटनाएं होती हैं, उनका पाकिस्तान से संबंध है या नहीं? अगर संबंध है तो फिर दोषी कौन है?
बकौल बीजेपी चीफ, “आतंकी हमलों का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से नहीं दिया जाएगा और बातचीत से मसला हल करने की कोशिश की जाएगी, तो क्या यही कांग्रेस की आतंकवाद से निपटने की रणनीति रहेगी। कांग्रेस अध्यक्ष को इस पर जवाब देना चाहिए।” उन्होंने यह भी पूछा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के लिए जानी जाती है, लेकिन क्या यह राष्ट्र हित से ऊपर हो सकता है? देखें, प्रेस कॉन्फ्रेंस में और क्या बोले थे शाहः
LIVE : Media briefing by BJP National President Shri @AmitShah at BJP HQ. #CongressInsultsIndia https://t.co/24OQA7B464
— BJP (@BJP4India) March 23, 2019
क्या कहा था पित्रोदा ने?: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस चीफ ने शुक्रवार (22 मार्च, 2019) को पाक के बालाकोट में एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे। पूछा था, “भारतीय वायु सेना की तरफ से क्या सचमुच हवाई हमले किए गए थे?” उन्होंने इस बारे में अधिक तथ्यों की मांग की थी। हालांकि, बाद में विवाद बढ़ता देख उन्होंने कुछ ही देर बाद सफाई दे डाली और कहा कि ऐसा उन्होंने सिर्फ एक नागरिक होने के नाते कहा और यह बात उन्हें जानने का अधिकार है।