Lok Sabha Election 2019: छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान राज्य सरकार में मंत्री ने लोगों को कांग्रेस को वोट नहीं देने पर अजीब सी धमकी दी। आबकारी, वाणिज्य और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने एक चुनाव सभा के दौरान वोटरों से कहा कि यदि वे ईवीएम पर कांग्रेस के उम्मीदवार को छोड़कर कोई दूसरा या तीसरा बटन दबाएंगे तो उन्हें ‘बिजली का झटका’ लगेगा।
राज्य सरकार के मंत्री को उनके इस बयान के लिए चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है। लखमा मंगलवार को प्रदेश के कांकेर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। रैली में उन्होंने कहा, ‘आपको बीरेश ठाकुर को वोट देने के लिए पहला बटन दबाना है। दूसरा बटन दबाने पर आपको करंट लगेगा। तीसरा बटन दबाने पर भी यही होगा। लेकिन हमने पहला बटन फिक्स कर दिया है।’ उन्होंने बिजली का झटका लगने वाली चेतावनी को दोहराया। इस पर भीड़ में कुछ लोग ठहाके लगा कर हंसने लगे।
भाजपा के प्रदेश इकाई के एक पदाधिकारी की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया। आयोग ने मंत्री लखमा से तीन दिन के भीतर इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। कांकेर में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बृहस्पतिवार को मतदान होगा। राज्य में तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव के लिए वोटिंग 23 अप्रैल को होगी।
यह पहली बार नहीं है कि इस चुनाव में राजनेताओं की तरफ से इस तरह की टिप्पणी की गई है। राजनेता पार्टी लाइन से हटकर अपनी पार्टी को वोट करने के लिए लोगों के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार को ही भाजपा के फतेहपुरा से विधायक रमेश कटारा लोगों को यह चेतावनी देते हुए कैमरे पर कैद हो गए थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोटिंग बूथ पर कैमरा लगवा रखे हैं। इससे यह देखा जाएगा कि वे लोग सत्ताधारी दल को वोट दे रहे हैं या नहीं।
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव ने भाजपा विधायक के इस बयान की आलोचना की थी। चुनाव आयोग ने भी कटारा को उनके बयान के लिए नोटिस जारी किया था। वोटरों को धमकी सिर्फ राज्य स्तर के नेताओं के साथ ही केंद्र सरकार के मंत्रियों की तरफ से भी दी जा रही है। ऐसी ही धमकी केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने भी मुसलमान वोटरों को लेकर दी थी। आयोग ने इस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें 48 घंटे चुनाव प्रचार करने से रोक दिया था।
