लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गुजरात में भी गठबंधन हुआ है। गुजरात में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को दो लोकसभा सीटों पर लड़ने को कहा है। यह दो लोकसभा सीट भरूच और भावनगर लोकसभा सीट है। हालांकि भरूच लोकसभा सीट को AAP को देने के कांग्रेस के फैसले पर अहमद पटेल के परिवार ने नाराजगी व्यक्त की है।

दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने यहां तक कह दिया कि अगर कांग्रेस का उम्मीदवार भरूच में नहीं होगा तो वह किसी अन्य दल को समर्थन नहीं करेंगे। इस लोकसभा सीट से अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं।

3 बार लगातार चुनाव जीत चुके थे अहमद पटेल

भरूच लोकसभा सीट पर 45 साल से अहमद पटेल परिवार मेहनत कर रहा है। इस सीट से अहमद पटेल ने लगातार तीन बार जीत हासिल की थी।1977, 1980 और 1984 के लोकसभा चुनाव में अहमद पटेल ने भरूच लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। 1975 में इमरजेंसी के बाद जब देश भर में कांग्रेस के खिलाफ लहर थी, उस दौरान भी अहमद पटेल ने यहां से कांग्रेस को जीत दिलाई थी।

लागतार 10 चुनाव हार चुकी है कांग्रेस

1984 के बाद 1989 में चुनाव हुए और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। 1989 के चुनाव में अहमद पटेल को भाजपा के चंदू शामभाई देशमुख ने हराया था। इसके बाद लगातार अगले 9 चुनाव में भी कांग्रेस भरूच लोकसभा सीट नहीं बचा पाई। अहम बात यह रही कि 1984 के बाद सभी 10 लोकसभा चुनाव में भरूच से बीजेपी ने जीत हासिल की।

विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर थी कांग्रेस

बड़ा सवाल उठ रहा है कि अहमद पटेल के परिवार के विरोध के बावजूद आखिर AAP को कांग्रेस ने यह लोकसभा सीट क्यों दे दी? मुमताज पटेल लगातार दावा कर रही थीं कि यहां से कांग्रेस का ही उम्मीदवार होगा। भरूच लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों में कुल मिलाकर 6,16,461 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को 3,19,131 वोट मिले थे। वहीं आम आदमी पार्टी को 1,54,954 वोट मिले थे। ऐसे में कांग्रेस लोकसभा सीट पर दूसरे नंबर पर थी। उसके बावजूद इस सीट को AAP को देना कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतर रहा है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भरूच लोकसभा सीट से उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। 7 जनवरी को भरूच में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि डेडियापाडा से विधायक चैतर वसावा यहां से AAP के उम्मीदवार होंगे। यानी कि गठबंधन का ऐलान नहीं हुआ था उसके पहले ही अरविंद केजरीवाल ने सीट से अपने उम्मीदवार को घोषित कर दिया था।

फैसल कर चुके हैं समर्थन न देने का ऐलान

दो दिन पहले ही अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने एक जनसभा में कहा था कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है और इंडिया गठबंधन हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा था कि अगर भरूच लोकसभा सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार होता है तो इससे गठबंधन को फायदा होगा और जीतना आसान होगा। फैसल ने कहा था कि मेरा मानना है कि भरूच लोकसभा सीट कांग्रेस को मिलना चाहिए नहीं तो मैं इस गठबंधन का समर्थन नहीं करूंगा।

अहमद पटेल की विरासत व्यर्थ नहीं जाने देंगे- मुमताज पटेल

AAP को सीट देने के कांग्रेस के फैसले पर मुमताज पटेल ने X पर पोस्ट किया था, “गठबंधन में भरूच लोकसभा सीट सुरक्षित नहीं कर पाने के लिए हमारे जिला कैडर से गहराई से माफी मांगती हूं। मैं आपकी निराशा समझती हूं। साथ मिलकर हम कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए फिर से संगठित होंगे। हम अहमद की 45 साल की विरासत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।”

बीजेपी मुमताज को दे चुकी है ऑफर

बीजेपी मुमताज पटेल को ऑफर भी दे चुकी है। भरूच से बीजेपी सांसद मनसुख वसावा ने कुछ दिन पहले कहा था कि ये कांग्रेस का आंतरिक मामला है लेकिन मेरा मानना है कि भरूच कांग्रेस के बड़े नेता अहमद पटेल थे। मनसुख वसावा ने कहा था कि अब अहमद पटेल नहीं हैं तो उनकी बेटी को कांग्रेस को प्रोजेक्ट करना चाहिए था लेकिन कांग्रेस ने नहीं किया। उन्होंने कहा था कि अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल अगर राष्ट्रीय विचारधारा से जुड़ना चाहेंगी तो बीजेपी में उनका स्वागत है।