कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 की तारीख के नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस बीच बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने हुबली में एक सभा में कहा कि मैं खून से लिखकर दे दूंगा कि जगदीश शेट्टार यहां से नहीं जीतेंगे।

दरअसल, कर्नाटक चुनाव में बीजेपी इस बार बिना बीएस येदियुरप्पा के उतरी है। कुछ महीने पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव ना लड़ने की बात कही थी। बावजूद इसके बीजेपी के लिए राज्य में अभी भी प्रचार की कमान येदियुरप्पा ने संभाल रखी है। गौरतलब है कि 224 सीट वाली कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 13 मई 2023 को आएंगे।

हुबली-धारवाड़ सीट पर जगदीश शेट्टार और महेश तेंगिंकाई के बीच लड़ाई

कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार कर्नाटक में हुबली-धारवाड़ केंद्रीय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को भाजपा ने टिकट देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद उन्होंने BJP छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। अब वह हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। भाजपा ने शेट्टार के खिलाफ महेश तेंगिंकाई को मैदान में उतारा है।

जगदीश शेट्टार के कांग्रेस में जाने से कोई नुकसान नहीं- अमित शाह

इसे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि जगदीश शेट्टार के कांग्रेस में जाने से हमें कोई नुक़सान नहीं होगा। खुद वे अपना चुनाव हारेंगे। गृहमंत्री शाह ने कहा था कि हुबली ने हमेशा भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया है। हुबली ने किसी व्यक्ति को वोट नहीं दिया है। अमित शाह ने यह भी कहा था कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता एकजुट है। हुबली के अंदर निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतेगी।

बीजेपी ने मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई- जगदीश शेट्टार

वहीं, 6 बार के विधायक रहे शेट्टार ने कहा था कि बीजेपी ने उनका टिकट ही नहीं काटा बल्कि उनके स्वाभिमान को भी ठेस पहुंचाई और क्षेत्र के लोगों का अपमान किया। उन्होंने कहा था कि मुझे कोई सत्ता का लोभ नहीं है और न ही मुझे कुछ चाहिए। बस सम्मान और सम्मान चाहिए। मुझे बीजेपी में सम्मान नहीं दिया गया।

जगदीश शेट्टार ने यह भी कहा था, “मैंने कम से कम छह महीने के लिए विधायक बनने का अवसर मांगकर राजनीति से आदरपूर्वक संन्यास की मांग की थी लेकिन पार्टी ने मुझे अंतिम समय में टिकट देने से मना कर दिया।”