Karnataka Election 2023: कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की याचिका खारिज होने के बाद शुक्रवार (21 अप्रैल, 2023) को कांग्रेस नेता ने कहा, ‘वो अपनी अंतिम सांस तक लड़ेंगे।’ कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा, “मैं हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा, मैं आखिरी सांस तक लड़ूंगा। मुझे कानून और कोर्ट पर भरोसा है। मुझे अब भी विश्वास है कि उन्होंने अन्याय किया है। सब कुछ पारदर्शी है।”
शिवकुमार ने कहा, “मैं जनता की अदालत में विश्वास करता हूं, वे (भाजपा) विभिन्न एजेंसियों का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं… मैं हर कदम पर बहुत सतर्क हूं, मैं भी एक राजनीतिक जानवर हूं।” इस बीच, चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र के लिए डीके शिवकुमार के नामांकन को स्वीकार कर लिया।
भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए शिवकुमार ने आरोप लगाया कि कोविड, सूखे और अन्य तरह की समस्याओं के दौरान डबल इंजन की भाजपा सरकार लोगों की मदद नहीं कर सकी।
कांग्रेस नेता ने कहा, “बीजेपी कर्नाटक के लोगों को ब्लैकमेल कर रही है। कोविड, सूखे और भी तरह की समस्याओं के दौरान डबल इंजन की भाजपा सरकार मदद नहीं कर सकी। वे पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और कई अन्य विपक्षी सरकारों को परेशान कर रहे हैं। हम इन सभी दबावों में नहीं आने वाले।”
भाजपा के लोग मेरे लिए समस्याएं पैदा करना चाहते: डीके शिवकुमार
शिवकुमार ने आगे कहा कि उनके सभी कागजात व्यवस्थित होने के बावजूद उन्हें आयकर विभाग द्वारा नोटिस दिया गया। उन्होंने कहा, ‘मेरे सभी कागजात पारदर्शी हैं जो मैंने चुनाव आयोग, आयकर, ईडी, लोकायुक्त और सीबीआई के सामने पेश किए हैं। वे इसे एक अलग प्रारूप में व्याख्या करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरे लिए समस्याएं पैदा करना चाहते हैं और वे मुझे परेशान कर रहे हैं। मुझे आयकर विभाग द्वारा दिया गया है। मैं कानून / अदालती मामलों के बारे में बात नहीं करना चाहता। वे जो भी देंगे मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं।”
गुरुवार को कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कर्नाटक राज्य सरकार द्वारा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी को चुनौती दी थी। शिवकुमार ने अर्जी दाखिल कर कर्नाटक सरकार के सीबीआई जांच के आदेश को गलत बताया था। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति नटराजन की अगुवाई वाली एकल न्यायाधीश की पीठ ने शिवकुमार की याचिका खारिज कर दी थी।
कनकपुरा विधानसभा में लड़ाई दिलचस्प
कर्नाटक के कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ाके के टक्कर देखने को मिलेगी। कांग्रेस हाई कमान ने जहां इस सीट से कांग्रेस राज्य इकाई के प्रमुख डीके शिवकुमार पर दांव खेला है तो वहीं भाजपा ने राज्य के मौजूदा राजस्व मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा है। शुक्रवार को डीके शिवकुमार का नामांकन स्वीकार किए जाने के बाद अब लड़ाई दिलचस्प हो गई है। इससे पहले सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) में आशंका थी कि विभिन्न आरोपों पर उनके खिलाफ कई जांचों का हवाला देते हुए उनका (डीके शिवकुमार) नामांकन खारिज किया जा सकता है। कनकपुरा से सात बार के विधान सभा सदस्य, डीके शिवकुमार वर्तमान में कम से कम दो अलग-अलग जांच का सामना कर रहे हैं।