कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की रस्‍साकसी देश के सबसे बड़ी अदालत में पहुंच गई। मामले पर सुनवाई के लिए तीन जजों वाली विशेष पीठ का गठन किया गया था। कोर्ट ने शुक्रवार (18 मई) को इस पर अहम फैसला दिया। मामले की सुनवाई के दौरान एक दिलचस्‍प वाकया हुआ। विशेष पीठ के अध्‍यक्ष जस्टिस एके. सीकरी ने व्‍हाट्सएप पर आए एक चुटकुले का जिक्र‍ किया। उन्‍होंने कहा, ‘रिजॉर्ट के मालिक ने गवर्नर को फोन कर बताया कि उसके पास 116 विधायक हैं…क्‍या वह उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रि‍त करेंगे?’ मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने महत्‍वपूर्ण फैसले में कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री बीएस. येदियुरप्‍पा को विधानसभा में बहुमत सबित करने के लिए 28 घंटों का वक्‍त दिया है। कोर्ट ने 18 मई को दोपहर 12 बजे फैसला दिया। इस तरह नवनियुक्‍त सीएम येदियुरप्‍पा को 19 मई शाम 4 बजे तक बहुमत साबित करना होगा। भाजपा और येदियुरप्‍पा ने निर्धारित अवधि के अंदर बहुमत हासिल करने का विश्‍वास जताया है।

कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा के लिए वोट डाले गए थे और 15 मई को मतगणना हुई थी। इसमें भाजपा, कांग्रेस और जनता दल सेक्‍युलर में से किसी को भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ, लेकिन बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई। कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 38 सीटें मिली हैं। इस बीच, कांग्रेस ने जेडीएस नेता एचडी. कुमारास्‍वामी को गठबंधन का नेता घोषित कर दिया था। कांग्रेस-जेडीएस की ओर से मुख्‍यमंत्री के दावेदार कुमारास्‍वामी और भाजपा के येदियुरप्‍पा ने राज्‍यपाल वजूभाई वाला से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्‍यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्‍योता दिया था। कांग्रेस और जेडीएस राज्‍यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर दी थी। दोनों दलों ने गवर्नर के फैसले पर सवाल उठाया था। अप्रत्‍याशित घटनाक्रम के तहत सुप्रीम कोर्ट ने आधी रात के बाद इस अर्जी पर सुनवाई की थी। तीन जजों की पीठ ने येदियुरप्‍पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने 18 मई को इस पर विस्‍तार से सुनवाई करने की बात कही थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्‍पा सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 19 मई शाम तक का वक्‍त दिया है।