कर्नाटक विधानसभा चुनावों की जारी मतगणना में कांग्रेस पार्टी 138 सीटों पर बढ़त बनाए हुये है। कई सीटों पर वोटों का अंतर काफी अधिक है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने अपने नये नेता के नाम को तय करने के लिए तैयारी भी तेज कर दी है। बेंगलुरु में कांग्रेस अध्यक्ष एम मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर एआईसीसी के महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, शिवकुमार और पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर सहित अन्य लोगों के साथ मीटिंग चल रही हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुनना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि दोनों शीर्ष उम्मीदवार, अनुभवी नेता सिद्धारमैया और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार आलाकमान के पसंदीदा हैं। वैसे चुनावी नतीजे पार्टी के पक्ष में आने के बाद से दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के प्रति कोई अनादर या उपेक्षा की भावना नहीं जताई है।
कुछ मीडिया सूत्रों के मुताबिक, सिद्धारमैया कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। कर्नाटक में पार्टी को आगे बढ़ाने और उसको पुनर्जीवन दिलाने में राज्य पार्टी प्रमुख डीके शिवकुमार को प्रमुखता से श्रेय दिया जाता है। कहा जा रहा है कि उनको शुरू में सरकार में एक बड़ा पद मिलेगा और बाद में वह मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे।
इससे पहले सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में यह परंपरा है कि वह किसी को मुख्यमंत्री के लिए प्रोजेक्ट नहीं करती है। पार्टी बहुत ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करती है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित विधायक फैसला करेंगे और अपनी राय देंगे और फिर आलाकमान फैसला करेगा। कांग्रेस नेता के रहमान खान ने भी सिद्धारमैया के विचारों का समर्थन करते हुए शनिवार को कहा कि सीएलपी अगला मुख्यमंत्री तय करेगी।
इस बीच पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि सिद्धारमैया अधिक वरिष्ठ नेता हैं और उनके पास सरकार चलाने का अनुभव है, हालांकि डीकेएस चुनौती देने में सक्षम हैं। लेकिन अंतिम फैसला आलाकमान का होगा। शिवकुमार को संगठन के लिहाज से योग्य माना जाता है और सिद्धारमैया अब भी राज्य में पार्टी के सबसे लोकप्रिय और भीड़ खींचने वाले नेता हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार कांग्रेस राज्य में भारी जीत की ओर बढ़ रही है। करीब 138 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि भाजपा 62 सीटों पर आगे चल रही है। एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जनता दल-सेक्युलर अपनी 30 से कम सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है।
इस बीच, शिवकुमार ने कहा कि शनिवार को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक पार्टी अपने किसी भी विधायक को किसी रिसॉर्ट में नहीं ले जाएगी। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, कर्नाटक में बुधवार को एक ही चरण में मतदान हुआ और 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।