कर्नाटक की सियासत के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे जगदीश शेट्टार ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया। जगदीश शेट्टार और उनका परिवार शुरू से ही बीजेपी के साथ जुड़ा हुआ था। जब बीजेपी नहीं बनी थी, इसके पहले उनका परिवार जनसंघ के साथ जुड़ा हुआ था। लेकिन 2023 विधानसभा चुनाव में टिकट ना मिलने के कारण जगदीश शेट्टार ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। हालांकि जगदीश शेट्टार लगातार पीछे चल रहे हैं।
जगदीश शेट्टार रह चुके हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री
जगदीश शेट्टार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हालांकि उनका कार्यकाल काफी छोटा था और यह करीब 11 महीनों का था। जगदीश शेट्टार 12 जुलाई 2012 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे जबकि 13 मई 2013 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। 2013 में बीजेपी कर्नाटक में सत्ता से बाहर हो गई थी। इसके बाद जगदीश शेट्टार को इस्तीफा देना पड़ा था।
जगदीश शेट्टार के पिता शुरू से जनसंघ के कार्यकर्ता रहे
जगदीश शेट्टार का जन्म 17 दिसंबर 1955 को बागलकोट जिले के बादामी तालुक में हुआ था। जगदीश शेट्टार के पिता शुरू से जनसंघ के कार्यकर्ता रहे थे और 5 बार हुबली धरवाड़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के पार्षद बने थे। साथ ही जनसंघ के हुबली धरवाड़ से पहले मेयर बने थे। जगदीश शेट्टार के चाचा सदाशिव शेट्टार दक्षिण भारत के पहले जनसंघ के नेता थे, जो कर्नाटक विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे।
जगदीश तीन बार कर्नाटक सरकार में मंत्री रह चुके
जगदीश तीन बार कर्नाटक सरकार में मंत्री रह चुके हैं और तीनों ही बार वह येदियुरप्पा सरकार में मंत्री बने थे। इसके अलावा जगदीश करीब 14 महीनों के लिए कर्नाटक विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष भी बने थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने इस्तीफा देकर फिर से मंत्री पद ग्रहण कर लिया था। जगदीश दो बार कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता का किरदार भी निभा चुके हैं। 2013 में भाजपा की सरकार जाने के बाद 23 जनवरी 2014 से 15 मई 2018 तक वह कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभा रहे थे। इसके पहले 1999 से 2004 तक वे कर्नाटक विधानसभा में लीडर आफ अपोजिशन रह चुके थे।
जगदीश शेट्टार शुरू से ही बीजेपी के साथ जुड़े रहे और उनका परिवार भी जनसंघ के समय से ही संघ के साथ रहा। लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में वह हुबली धरवाड़ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। जगदीश शेट्टार ने कई बार कहा कि वह आखिरी बार चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट से वंचित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। अब वह कांग्रेस के टिकट पर हो हुबली धरवाड़ सेंट्रल सीट से उम्मीदवार हैं।