झारखंड विधान सभा चुनाव के रुझानों से लगभग साफ हो चुका है कि राज्य की सत्ता से बीजेपी की विदाई तय है। बीजेपी के हार के कराणों में सीएम रघुवर दास की व्यक्तिगत छवि एक अहम कारक है। इसके अलावा उनके कामकाज से लोगों में नाराजगी भी है। बीजेपी भले ही दावे करती रही हो कि रघुवर दास के कार्यकाल में राज्य का खूब विकास हुआ लेकिन मतदाताओं ने इसे नकार दिया है। इंडिया टुडे-माय एक्स्स इंडिया के एग्जिट पोल सर्वे के दौरान भी मतदाताओं ने खुलकर रघुवर दास के कामकाज से नाराजगी जताई।
एक्सिस माय इंडिया के एमडी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि एग्जिट पोल के दौरान
केवल दो फीसदी लोगों ने कहा कि हम राज्य सरकार के काम के चलते बीजेपी को वोट कर रहे हैं। 70 फीसदी लोगों ने कहा कि हम मोदी और केंद्र सरकार के चलते बीजेपी को वोट देंगे। बता दें कि एग्जिट पोल सर्वे में हेमंत सोरेन पसंदीदा सीएम चेहरे के तौर पर उभरे थे। उन्हें सबसे ज्यादा 29 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद बताया था जबकि रघुवर दास दूसरे और बाबूलाल मरांडी तीसरे नंबर पर रहे थे।
Election Commission of India Jharkhand Election Results 2019
करीब डेढ़ साल पहले जुलाई 2018 में वोटर्स मूड रिसर्च (वीएमआर) के सर्वे में रघुवर दास 65 फीसदी लोगों की पसंद के साथ सबसे पसंदीदा सीएम थे। इतना ही नहीं रघुवर दास प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी पसंदीदा सीएम रहे हैं लेकिन राज्य की जनता ने उन्हें नकार दिया है। उनकी ही कैबिनेट के मंत्री सरयू राय ने जमशेदपुर ईस्ट विधान सभा सीट पर उन्हें चुनौती देते हुए उनके खिलाफ चुनाव लड़ा है। ताजा रुझानों के मुताबिक इस सीट पर सीएम रघुवर दास की स्थिति अच्छी नहीं बताई जा रही है।
Jharkhand Election Results 2019 LIVE Updates
रघुवर दास राज्य के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। आदिवासियों के बीच भी उनकी अच्छी पकड़ नहीं रही। हाल के दिनों में विपक्षी पार्टियों ने उनकी छवि आदिवासी विरोधी के रूप में गढ़ी है। माना जाता है कि राज्य में गैर आदिवासी सीएम का बीजेपी का फार्मुला चल नहीं पाया।