क्या भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को झारखंड में पार्टी की चुनावी संभावनाओं का पहले से ही अनुमान था? चूंकि पहले से ही तय था कि झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना किस तारीख होगी, मगर जेपी नड्डा ने सोमवार (23 दिसंबर, 2019) को ही दिल्ली से बाहर कोलकाता में एक कार्यक्रम रख लिया।
इंडियन एक्सप्रेस में दिल्ली कॉन्फिडेंशियल के एक कॉलम में छपी खबर के मुताबिक यह थोड़ा असामान्य है, क्योंकि भाजपा आमतौर पर चुनावी जीत का जश्न मनाने के लिए चुनाव परिणामों के दिन पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित करती है। ऐसे में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा को परिणाम के दिन राष्ट्रीय राजधानी में होना चाहिए था। अब झारखंड के नतीजों को देखते हुए, भाजपा में कई लोग सोच रहे हैं कि क्या कार्यकारी अध्यक्ष को झारखंड चुनाव नतीजों का पहले से ही अनुमान था और इसके परिणामस्वरूप उन्होंने दिल्ली के बाहर एक कार्यक्रम निर्धारित किया।
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने सोमवार रात तक सभी 81 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए हैं और राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व में बने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया है। झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने 27 दिसंबर को मोरहाबादी मैदान में नई सरकार के शपथग्रहण की घोषणा की है। सत्ताधारी भाजपा के मुख्यमंत्री रघुवर दास और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा चुनाव हार गए हैं और भाजपा को सिर्फ 25 सीटें हासिल हुई। इन चुनावों में झामुमो ने रिकार्ड 30 सीटें जीतीं जिससे वह विधानसभा में सबसे बड़ा दल भी बन गया जबकि सिर्फ 25 सीटें जीत पाने से भाजपा का विधानसभा में सबसे बड़ा दल बनने का सपना भी चकनाचूर हो गया।
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए 30 नवंबर से प्रारंभ होकर 20 दिसंबर तक पांच चरणों में हुए चुनावों के अंतिम परिणाम देर रात्रि घोषित हुए और इनके अनुसार जहां भाजपा को सिर्फ 25 सीटें प्राप्त हुईं, वहीं विपक्षी गठबंधन को कुल 47 सीटें प्राप्त हुईं। गठबंधन में झामुमो को जहां 30 सीटें हासिल हुईं वहीं कांग्रेस को भी 16 और राजद को एक सीट प्राप्त हुई। इनके अलावा भाजपा की सरकार में सहयोगी रही आज्सू को भी गठबंधन तोड़ने का जबर्दस्त खामियाजा भुगतना पड़ा और उसे सिर्फ दो सीटों से संतोष करना पड़ा जबकि उसने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा था। आज्सू के अध्यक्ष सुदेश महतो सिल्ली से और गोमिया से लंबोदर महतो ही पार्टी की ओर से विधानसभा पहुंच सके। (भाषा इनुपट)