लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एनडीए और नीतीश कुमार को झटका लगा है। यहां जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता ऋषि मिश्रा ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिलाने पर नाराजगी जाहिर की है। उल्लेखनीय है कि जेडीयू MLC मिश्रा विधानसभा सदस्य भी रह चुके हैं।

‘नीतीश कुमार से कोई समस्या नहीं’: जेडीयू छोड़ने का ऐलान करते हुए मिश्रा ने कहा, ‘जेडीयू में काम करना बेहद मुश्किल हो गया था। पिछला चुनाव मैंने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लड़ा था, मेरे क्षेत्र के लोगों ने भाजपा के खिलाफ वोट दिया था। मैं उन्हें क्या जवाब दूंगा? मुझे नीतीश जी से कोई समस्या नहीं है लेकिन भाजपा के साथ काम नहीं कर सकता।’

RJD से तकरार के बाद BJP से मिलाया था हाथः उल्लेखनीय है कि पिछला विधानसभा चुनाव जेडीयू ने कांग्रेस और आरजेडी के साथ मिलकर लड़ा था लेकिन सरकार बनने के कुछ समय बाद ही आरजेडी और जेडीयू में तकरार शुरू हो गई और नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा से हाथ मिला लिया।

ऐसा है बिहार का संसदीय समीकरणः लोकसभा चुनाव 2019 के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा हो चुका है। यहां भाजपा और जेडीयू ने 17-17 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है वहीं छह सीटें एलजेपी को दी जाएंगी। भाजपा को 22 सीटें मिली थीं, वहीं उसकी सहयोगी एलजेपी को छह और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को तीन सीटें मिली थीं। उस चुनाव में आरजेडी महज चार और जेडीयू दो सीटों पर सिमट गई थीं। इसी तरह एनसीपी को एक और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं।